बच्चों की बोर्ड परीक्षा की तैयारी को आसान बनाने के लिए अपनाएं ये बेहतरीन तरीके, करेगा बेहतर स्कोर

Parenting Tips: बोर्ड परीक्षा का समय बच्चों के लिए बेहद महत्वपूर्ण और चुनौतीपूर्ण होता है। ऐसे में उन्हें सही दिशा और मार्गदर्शन मिलना बेहद जरूरी है, ताकि वे तनाव मुक्त होकर बेहतर प्रदर्शन कर सकें।

भावना चौबे
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Parenting Tips: हर माता-पिता की इच्छा होती है, कि उनका बच्चा परीक्षा में अच्छे अंक लाएं और जीवन में सफलता हासिल करें। खासकर जब बात बोर्ड एग्जाम की हो तो माता-पिता की उम्मीदें और भी बढ़ जाती है। इस दौरान भी बच्चों के पास बैठकर उन्हें पढ़ाई के लिए टिप्स देने की कोशिश करते हैं ताकि वे अच्छे नंबर ला सकें।

हाल ही में सीबीएसई और अन्य राज्य बोर्ड की 10 वीं और 12 वीं की परीक्षा की डेट शीट जारी हो चुकी है, और बच्चे अब अपनी तैयारी में जुट गए हैं। हालांकि, कुछ बच्चे सिलेबस पूरा न कर पाने के कारण तनाव में है, जिससे उनका पढ़ाई में मन नहीं लग पा रहा है। ऐसे में माता-पिता के लिए यह जरूरी है, कि वह बच्चों की सही तरीके से मदद करें, ताकि उनका आत्मविश्वास बड़े और वह सही दिशा में अपनी तैयारी कर सकें।

बोर्ड तनाव को करें दूर

अगर इस साल आपका बच्चा भी बोर्ड एग्जाम में शामिल होने जा रहा है और डेट शीट जारी होने के बाद परेशान नजर आ रहा है, तो सबसे पहले उसके साथ बैठकर उसकी चिंता और परेशानी को समझने की कोशिश करें। बच्चे की समस्या को ध्यान से सुनें और उसकी हर समस्या का समाधान सरल तरीके से समझाएं। इससे बच्चे का तनाव कम होगा और वह अधिक रिलैक्स महसूस करेगा। साथ ही आपका समर्थन उसे अपनी पढ़ाई पर फिर से ध्यान केंद्रित करने में मदद करेगा।

बच्चे के मनोबल को बढ़ाएं

अगर आप सच में चाहते हैं, कि आपका बच्चा बोर्ड परीक्षा में अच्छा परफॉर्म करे तो सबसे पहले उसके विचलित मन को समझने की कोशिश करें। अक्सर परीक्षा के दबाव में बच्चे घबरा जाते हैं और ऐसे में माता-पिता ही उनकी सबसे बड़ी मदद बन सकते हैं। उनकी भावनाओं को समझें, उनका आत्मविश्वास बढ़ाएं और उन्हें शांत रहकर पढ़ाई पर ध्यान देने के लिए प्रेरित करें।

सही टाइम टेबल से करें बच्चे की तैयारी को आसान

अगर आपके बच्चे के भी इस साल बोर्ड एग्जाम है और आप चाहते हैं, कि वह बेहतर तैयारी करें, तो जरूरी है कि उसकी पढ़ाई को उसकी क्षमता और रुचि के अनुसार व्यवस्थित किया जाए। बच्चों पर एक साथ बहुत अधिक पढ़ाई का दबाव डालने के बजाय उसे छोटे-छोटे लक्ष्य दें, ताकि वह पढ़ाई में रुचि बनाए रखें और बेहतर तरीके से विषयों को समझ सके। इसके साथ ही पढ़ाई और रिवीजन के लिए एक नियमित टाइम टेबल बनाना बहुत जरूरी है, जिससे पढ़ाई का हर हिस्सा व्यवस्थित तरीके से कर हो सके और बच्चे को आत्मविश्वास मिले।

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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