भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। तमिलनाडु (Tamil Nadu), पुडुचेरी (Puducherry) और आंध्र प्रदेश (Andra Pradesh) में अपना रौद्र रुप दिखाने वाले बंगाल की खाड़ी (Bay of Bengal) में उठे चक्रवाती तूफान निवार (Cyclone Nivar) का असर मध्यप्रदेश में भी देखने को मिल सकता है। मौसम विभाग की माने तो इसके प्रभाव से पूर्वी मप्र में बुधवार-गुरुवार (Wednesday-Thursday) को बारिश (Rain) हो सकती है। जबलपुर संभाग (Jabalpur Division) में बारिश हो सकती है वही राजधानी भोपाल समेत कुछ इलाकों में बादल छाने के आसार है।इसके बाद ठंड बढ़ने की संभावना है।
विभाग की माने तो आज शाम निवार ( Nivar) चक्रवात तूफान तमिलनाडु के तटों से टकराएगा, जिसका असर छत्तीसगढ़ और मध्यप्रदेश (Madhya Pradesh) में भी हो सकता है। देर शाम मौसम (MP Weather ) में बदलाव देखने को मिल सकता है, भोपाल (Bhopal) समेत कई जिलों में बारिश भी हो सकती है। वर्तमान में दक्षिण-पश्चिम राजस्थान पर एक प्रेरित चक्रवात अभी भी बना हुआ है, जिसके प्रभाव से वातावरण में नमी बढ़ने लगी है। इससे बुधवार को राजधानी सहित अनेक स्थानों पर शाम के समय बादल छाने की संभावना है। इससे रात के तापमान में दो से तीन डिग्री की बढ़ोतरी होने की संभावना है।
विभाग की माने तो इसका प्रभाव छत्तीसगढ़ के अलावा पूर्वी मप्र में बुधवार से दिखने लगेगा। इसके बाद बादल छाएंगे और बारिश भी होगी। जम्मू कश्मीर, लददक्ष में हल्की वर्षा हो सकती है। महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, झारखंड में हल्की वर्षा के आसार हैं। केरल, तमिल नाडु में छिटपुट वर्षा का अनुमान है।इसके अलावा वही 28 नवंबर को पश्चिमी विक्षोभ के उत्तर भारत से आगे बढ़ने के बाद एक बार फिर हवाओं का रुख बदलकर उत्तरी होने लगेगा, इसके चलते सर्द हवाओं के कारण एक बार फिर प्रदेश में ठिठुरन बढ़ने लगेगी। आने वाले दिनों में प्रदेश में कड़ाके की ठंड पड़ सकती है।
बता दे कि आज बुधवार शाम तक निवार के तमिलनाडु-पुडुचेरी के तट से टकराने की संभावना है,जिसका असर भी दिखाई देने लगा है, इलाके में बारिश शुरु हो गई है, तट खाली करवा दिए गए है, लोगों को घरों में ही रहने की हिदायत दी गई है। इस दौरान रफ्तार 120-130 किलोमीटर प्रति घंटे हो सकती है।दोनों जगह धारा 144 (Section 144) लागू कर दी गई है।सभी ट्रेनों (Trains) और हवाई उड़ानों (Air flights) को रद्द कर दिया गया है। तमिलनाडु के शिक्षण संस्थानों में छुट्टी घोषित की गई है।इससे भारी तबाही की आशंका को देखते हुए NDRF की टीम ने मोर्चा संभाल लिया है।