भोपाल। लोकसभा चुनाव से पहले मध्य प्रदेश में एक बार फिर दल बदलने का दौर शुरू हो गया है| सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया के क्षेत्र में भाजपा को बड़ा झटका लगा है| दो पूर्व विधायक, और एक पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष समेत एक दर्जन लोगों ने कांग्रेस का हाथ थाम लिया है| भोपाल में मुख्यमंत्री कमलनाथ और ज्योतिरादित्य सिंधिया की उपस्तिथि में सभी कांग्रेस में शामिल हुए|
विधानसभा चुनाव के बाद अब लोकसभा की तैयारी में जुटी कांग्रेस ने बीजेपी से दरकिनार हुए नेताओं पर डोरे डालने शुरू कर दिए हैं| चुनाव में बड़ी भूमिका निभाने वाले ज्योतिरादित्य सिंधिया ने अपने क्षेत्र में भाजपा को बड़ा झटका दिया है| मंगलवार को तीन बड़े नेता कांग्रेस में शामिल हो गए हैं| जिनमे जगनाथ सिंह रघुवंसी (पूर्व विधायक, अशोकनगर), राव राजकुमार सिंह यादव (पूर्व विधायक, चंन्देरी) एवं मलकीत सिंह संधु (पूर्व जिला पंचायत अध्य्क्ष) अशोकनगर शामिल हुए हैं| इसके अलावा अमरजीत कौर पूर्व ज़िला पंचायत सदस्य, 4 सरपंच और 4 पूर्व सरपंच भी कांग्रेस में शामिल हुए हैं|
अशोकनगर सिंधिया का गढ़ मन जाता है और संसदीय क्षेत्र गुना का हिस्सा है। लोकसभा चुनाव से पहले इसे अशोकनगर क्षेत्र में भाजपा के लिए बड़े झटके के तौर पर देखा जा रहा है| हालांकि इससे पहले भाजपा भी ऐसा ही झटका सिंधिया को दे चुकी है| जब चुनाव पूर्व नगर परिषद ईसागढ़ में सांसद ज्योतिरादित्य सिंधिया की पूरी टीम भाजपा में शामिल हो गई थी। ईसागढ़ नगर परिषद अध्यक्ष भूपेंद्र द्विवेदी, उनकी पत्नी और कांग्रेस के 11 पार्षद सभी ने एक साथ भोपाल पहुंचकर भाजपा की सदस्यता ग्रहण कर ली थी| इसी तरह सिंधिया ने भी लोकसभा चुनाव से पहले बड़ा दांव चला है| पूर्व विधायक जगन्नाथ सिंह रघुवंशी, पूर्व विधायक राजकुमार यादव और अशोकनगर जिला पंचायत के पूर्व अध्यक्ष मलकीत सिंह संधु अपने कुछ समर्थकों के साथ प्रदेश कांग्रेस कार्यालय पहुंचे और सीएम कमलनाथ और सिंधिया की मौजूदगी में कांग्रेस में शामिल हुए।