भोपाल। लोकसभा चुनाव के बाद शनिवार को सीएम हाउस पर करीब पांच महिने बाद कोर कमेठी की बैठक हुई। बैठक में कई मुद्दों पर चर्चा की गई।साथ ही कयास लगाए जा रहे थे कि कोर कमेठी में नए प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चर्चा हो सकती है, लेकिन ऐसा नही हुआ। बैठक खत्म होने के बाद मीडिया से चर्चा के दौरान पूर्व केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया ने सभी अटकलों पर विराम लगाते हुए कहा कि अभी तक प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर कोई चर्चा नहीं हुई है। केंद्रीय आलाकमान जो भी निर्देश देंगे उसका पालन करूंगा।
दरअसल, लोकसभा चुनाव में हार के बाद पहली बार सिंधिया मीडिया से रुबरु हुए और अपनी बात कही। सिंधिया ने कहा बैठक में लोकसभा चुनाव में मिली हार के साथ कई मुद्दों और चर्चा हुई है।संगठन को मजबूत करने पर चर्चा हुई ।संगठन में भी अभी कसावट की जरूरत है और साथ ही संगठन को मजबूत बनाने की दिशा में फैसले लिए जाएंगे। फिलहाल प्रदेश अध्यक्ष के नाम पर फैसला नहीं हुआ है। मेरी प्रथमिकता हमेशा से संगठन और जनता का काम करने की रही है वह करता रहूंगा। सही समय पर सही व्यक्ति को प्रदेश अध्यक्ष की ज़िम्मेदारी दी जाएगी। वहीं जब उनसे पूछा गया कि क्या आपका नाम भी इस लिस्ट में शामिल है, तो सिंधिया ने कहा कि केंद्रीय आलाकमान जो भी निर्देश देंगें मैं उसका पालन करुंगा।
बता दे कि लोकसभा चुनाव में खराब प्रदर्शन के बाद कांग्रेस में प्रदेश नेतृत्व में बदलाव की मांग तेजी से उठ रही है। प्रदेशाध्यक्ष की कमान सिंधिया को मिले इसके लिए समर्थक मंत्री-विधायक एकजुट हो रहे है।कमलनाथ सरकार में कई मंत्री और विधायक भी इसकी वकालत कर चुके है।इससे पहले वरिष्ठ नेता गोविंद गोयल, वरिष्ठ नेता विवेक तन्खा के बेटे वरुण तन्खा और दिग्विजय सिंह के विधायक भाई लक्ष्मण सिंह भी प्रदेश संगठन में बदलाव की मांग कर चुके है।हालांकि पार्टी के वरिष्ठ नेता इस पर चुप्पी साधे हुए है और फैसला हाईकमान को छोड़े हुए है। शनिवार को कोर कमेठी की बैठक में उम्मीद की जा रही थी कि नई प्रदेशाध्यक्ष को लेकर चर्चा की जा सकती है, लेकिन ऐसा नही हुआ।