भोपाल।कलश तिवारी
पूरे देश में अब तृतीय चरण(third phase) के लॉकडाउन(lockdown) की अवधि अब समाप्त होने वाली है। इसके पहले ही केंद्र सरकार(central government) ने सभी प्रदेशों से उनके राज्यों की स्थिति और लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर उनके विचार की मांग की थी। जहां राज्य सरकारों को 15 मई तक केंद्र को संभावित स्वरूप भेजने थे। जिसपर अब प्रदेश की शिवराज(shivraj) सरकार लॉकडाउन के चौथे चरण को लेकर केंद्र को शुक्रवार को कुछ सिफारिश भेजेगी। इससे पूर्व सीएम शिवराज(CM Shivraj) ने पूर्व मुख्यमत्रियों से भी इसको लेकर चर्चाएं की थी।
दरअसल शिवराज सरकार शुक्रवार को केंद्र को अपनी सिफारिश भेजेगी। इसके पहले गुरुवार को मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान(CM SHIVRAJ SINGH CHOUHAN) ने इस मामले में मंत्रियों सहित जिला आपदा प्रबंधन समूह की अनुशंसाओं पर विचार करने के अलावा राजनीतिक दलों के अध्यक्ष से चर्चा की थी। जिसके बाद अब सीएम चौहान प्रदेश में जनजीवन सामान्य करने के पक्ष में हैं। ऐसे में माना जा रहा है कि केंद्र के नक्शे कदम पर चलकर प्रदेश की शिवराज सरकार भी अब ग्रीन और ऑरेंज जोन में अधिकांश गतिविधियां प्रारंभ करेगी। रेड जोन में भी संक्रमित क्षेत्रों को छोड़कर अन्य जगहों पर लॉकडाउन में इस बार ढील दी जा सकती है। वहीँ 18 मई से कारखानों को चालू करने की अनुमति मिल सकती है।
लगातार देश में तालाबंदी के बाद अब सरकार लॉकडाउन में छूट देकर अर्थव्यवस्था एवं जनजीवन को पटरी पर लाने की तैयारी में है। वहीँ इस लॉकडाउन में 90 प्रतिशत कर्मचारी वापस अपने घर जा चुके हैं। लेकिन औद्योगिक क्षेत्र के उद्योगपतियों के लिए कर्मचारियों को ढूंढ़ने की सबसे बड़ी चुनौती होगी। इससे उत्पादन संबंधी काम कराना आसान नहीं होगा। जिसके बाद औद्योगिक क्षेत्र में कार्य की शुरुआत एक मुश्किल बन सकती है। वहीँ ग्रीन ज़ोन वाले इलाके में पूरी छूट मिलने की सम्भावना है।
गौरतलब है कि मुख्यमंत्री की अध्यक्षता में मंत्रालय में मंगलवार को मंत्रियों के साथ बैठक हुई थी। इसमें मुख्यमंत्री ने सोमवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ वीडियो कांफ्रेंस में कोरोना के मद्देनजर आए मुद्दों का ब्योरा दिया। साथ ही बताया कि प्रधानमंत्री ने राज्यों को लॉकडाउन को लेकर स्थानीय परिस्थितियों के हिसाब से निर्णय लेने के लिए कहा है। जिसके बाद सीएम चौहान ने अधिकारीयों को जिलेवार स्थिति का आंकलन कर विचार भेजने के निर्देश दिए थे।