Hing Water Benefits : भारतीय रसोई घर में आपको हर प्रकार के मसाले मिल जाएंगे जो कि खाने का स्वाद लाजवाब कर देता है। इसके साथ ही कई ऐसे जड़ी बूटी भी किचन में आपको मिलेगा जो टेस्ट बढ़ाने के साथ ही आपकी सेहत के लिए भी काफी फायदेमंद होता है। इन्हीं में से एक मसाला हींग भी है। यह खाने में कई प्रकार से इस्तेमाल किया जाता है। कई लोग तो इसके पानी को पीते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको हींग का पानी पीने के सेहतमंद गुण बताते हैं। जिसे आप अपनी डेली लाइफ में शामिल कर सकते हैं।
जानिए क्या होते हैं फायदे?
- हींग में भूख को कंट्रोल करने वाला गुण होता है। ऐसे में यदि आप अपना वजन कंट्रोल करना चाहते हैं, तो खाना खाने से पहले हींग का पानी पिए। जिससे आपके शरीर में कैलोरी की मात्रा कम हो जाएगी और आपका वजन भी घट जाएगा।
- हींग पाचन को सुधारने में मदद करती है जो कि इसके प्रमुख गुणों में से एक है। यह अपच और गैस को कम करती है। बता दें कि एक अच्छी पाचन क्रिया वजन नियंत्रण में भी मददगार मानी जाती है। जब पाचन ठीक से नहीं होता, तो खाना सही तरीके से नहीं पचता और उससे अपच, गैस या भारीपन की तकलीफ हो सकती है। वहीं, हींग में मौजूद एंटी-इन्फ्लेमेटरी गुण सूजन को कम देता है, जिससे पाचन सिस्टम संतुलित हो जाता है।
- बता दें कि मेटाबॉलिज्म वजन नियंत्रण और सही स्वास्थ्य के लिए महत्त्वपूर्ण होता है। हींग में मौजूद विशेष यौगिकों मेटाबॉलिज्म को मजबूत करते हैं। हींग में कुछ यौगिक होते हैं जैसे कि टेरपेन, जो मेटाबॉलिक प्रक्रियाओं को संचालित करने में मदद करते हैं। यह यौगिक सेल्सियम का स्रोत भी होते हैं, जो मेटाबॉलिज्म को बढ़ाने में मदद कर सकता है।
- इसके अलावा, हींग में कुछ यौगिक और गुण होते हैं जो लिपिड प्रोफाइल को सुधारने में मदद करते हैं। बता दें कि यह व्यक्तियों में कोलेस्ट्रॉल और ट्राइग्लिसराइड्स के स्तर को कम करने में सहायक होती है। हींग में पाए जाने वाले सल्फर अलग-अलग रूपों में लिपिड प्रोफाइल पर प्रभाव डालता है।
- हींग में पाए जाने वाले यौगिक जैसे कि फुमारीक और एंथोसाइन अध्ययनों के अनुसार ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करते हैं। ये यौगिक इंसुलिन सेंसिटिविटी को बढ़ाते हैं और ब्लड शुगर के स्तर को सामान्य करते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)