टेक्नोलॉजी, डेस्क रिपोर्ट। मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने दुनिया भर में हड़कंप मचा दी है। भारत में भी इस वायरस के मामले सामने आ चुके हैं, जिसे लेकर सरकार भी अलर्ट हो चुकी है। मंकीपॉक्स के खतरे को देखते हुए विश्व स्वास्थ संगठन ने भी मंकीपॉक्स को ग्लोबल हेल्थ एमरजेंसी घोषित कर दी है। लोगों का मंकीपॉक्स और चिकनपॉक्स में अंतर पहचानना मुश्किल हो रहा है। दोनों के लक्षण कफी हद्द तक मिलते-जुलते हैं। मंकीपॉक्स का आम लक्षण है: बुखार, सिरदर्द, पीठ दर्द, मांसपेशियों में दर्द, थकावट और कंपकंपी। आइए जानें कैसे आप चिकनपॉक्स और मंकीपॉक्स में अंतर पहचान कर सकते हैं।
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एक तरफ जहां चिकनपॉक्स एक् आम संक्रमण है, यह चिकनपॉक्स वैरिसेला-जोस्टर वायरस से जुड़ा होता है। वहीं मंकीपॉक्स ऑर्थोपॉक्सवायरस से जुड़ा है, जो श्र्वसन बूंदों, त्वचा के घाव के संपर्क में आने और वायरस के करीबी संपर्क में आने से फैलता है। हालांकि दोनों ही बीमारी में बुखार के लक्षण होते हैं। लेकिन मंकीपॉक्स में बुखार रैशेज से पहले 1-5 दिनों में आता है। बल्कि चिकनपॉक्स में बुखार पहले 1-2 दिनों में आता है। जहां चिकनपॉक्स के लक्षण 16 दिन में दिखते हैं, वहीं मंकीपॉक्स के लक्षण दिखने में 7-14 दिन का समय लगता है। मंकीपॉक्स में लिम्फ नोड्स में सूजन आती है, जो चिकनपॉक्स में नहीं होता। वहीं दोनों ही बीमारियों के दौरान होने वाले रैशेज की बात करें तो मंकीपॉक्स के दाने चेहरे से शुरू होते होकर हथेलियों और तलवों तक पहुँच जाते हैं।
वहीं चिकनपॉक्स में बुखार के 1-2 दिन में दाने आते हैं। यह पहले पीठ और चेहरे से आते हैं और फिर शरीर के दूसरे हिस्से तक फैलते हैं। इन दोनों के दानों में यह फर्क होता है की चिकनपॉक्स के रैशेज हथेली और तलवों में नहीं होते। लेकिन मंकीपॉक्स में ऐसा नहीं होता है। मंकीपॉक्स के दाने पप्यूल्स और द्रव होते हैं और आगे चल कर पपड़ी का रूप ले लेते हैं और फिर झड़ जाते हैं। वहीं चिकनपॉक्स के दाने छाले की तरह होते हैं, जो इससे खुजली भी होती है।