सर्दियों में इम्यूनिटी बूस्ट करने से लेकर जोड़ों के दर्द को टाटा-बाय करते हैं ये लड्डू, डाइट में करें शामिल

भावना चौबे
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Winter ladoo

Winter Laddoo: सर्दियों का मौसम आते ही शरीर में कई समस्याएं होने लगती है। इन्हीं समस्याओं में से एक है जोड़ों का दर्द। सर्दियों के मौसम में जोड़ों का दर्द बढ़ जाता है। वहीं, सर्दी-खांसी, जुकाम जैसी कई अन्य समस्याएं भी होने लगती हैं। इसलिए इस मौसम में अपनी इम्यूनिटी का ख्याल रखना बहुत जरूरी है। सर्दियों के मौसम में कई चीजों का सेवन किया जाता है जिससे इम्यूनिटी बढ़ती है। उन्हीं चीजों में से एक के ठंड में बनने वाले लड्डू। जी हां, इन लड्डुओं को खासतौर पर ठंड के लड्डू ही कहा जाता है। इसमें कई प्रकार के लड्डू शामिल है जो इम्यूनिटी बढ़ाने का काम करते हैं और ठंड के मौसम में शरीर को गर्माहट देते हैं। इसी के साथ चलिए जानते हैं की ठंड में कौन-कौन से लड्डू सेहत के लिए फायदेमंद होते हैं।

ठंड में किन-किन लड्डू का किया जाता है सेवन

मेथी के लड्डू

मेथी के लड्डू को मिठाई के रूप में कम बल्कि आयुर्वेदिक औषधीय के रूप में ज्यादा माना जाता है। इम्यूनिटी बढ़ाने के लिए यह एक सुपर फूड है। ठंड के मौसम में अगर रोजाना एक मेथी का लड्डू खाया जाए तो इससे ब्लड शुगर लेवल कंट्रोल में रहता है और शरीर के तापमान को गर्म रखने में भी मदद मिलती है।

गोंद के लड्डू

गोंद के लड्डू में प्रोटीन, फाइबर, विटामिन जैसे कई पोषक तत्व पाए जाते हैं। पोषक तत्वों से भरपूर होने के कारण लोग इन्हें सर्दियों के मौसम में खाना पसंद करते हैं। सर्दियों का मौसम आते ही अधिकतर घरों में गोंद के लड्डू बनना शुरू हो जाते हैं। गोंद के लड्डू का सेवन करने से जोड़ों का दर्द कम होता है और हड्डियां मजबूत बनती हैं।

आटे के लड्डू

सर्दियों के मौसम में आटे के लड्डू को बहुत पसंद किया जाता है। इस लड्डू को बनाने के लिए पहले गेहूं के आटे को अच्छी तरह सुनहरा भूना जाता है। फिर उसमें सब प्रकार के ड्राई फ्रूट्स और घी डालकर लड्डू तैयार किया जाता है। यह लड्डू खाने में बहुत स्वादिष्ट लगता है और शरीर को पोषण देता है। इसके सेवन से इम्यूनिटी बढ़ती है और शरीर में गर्माहट पहुंचती है।

Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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