Mulethi Benefits in Winter : मुलेठी एक बेहद गुणकारी जड़ी बूटी है। इसमें कैल्शियम, एंटीबायॉटिक, प्रोटीन, ग्लिसराइजिक एसिड और एंटीऑक्सिडेंट होते हैं जो शरीर को ताकत देने के साथ प्रतिरोधक क्षमता को भी बेहतर करते हैं। आयुर्वेदिक चिकित्सा पद्धति में मुलेेठी का उपयोग कई तरह की दवाइयां बनाने में किया जाता है। मुलेठी एक झाड़ीनुमा पौधा होता है और इसके तने को छाल सहित सुखाकर उपयोग में लाया जाता है।
सर्दी के मौसम में लाभकारी मुलेठी
इसका वानस्पतिक नाम Glycyrrhiza glabra है। इसे औषधि केे अलावा अलग अलग तरीके से प्रयोग में लिया जाता है। इसे गरम पानी में, चाय में या फिर काढ़े में पिया जा सकता है। इसका चूर्ण बनाकर उपयोग में लाया जा सकता है और कई लोग इसकी जड़ को भी कच्चा चबाकर खाते हैं। सर्दियों में इसका सेवन खासतौर पर लाभकारी होती है। गले का इंफेक्शन, खांसी-जुकाम, फ्लू जैसी बीमारियों में ये बहुत राहत देती है।
इस तरह करें उपयोग
अगर आपको गले में सूजन, दर्द या इंफेक्शन है तो एक गिलास गुनगुना पानी लें और उसमें एक चम्मच मुलेठी का पाउडर मिलाकर पी लें। इसमें बैक्टीरिया और वायरस को नष्ट करने की क्षमता है और ये सूजन कम करने में सहायक होती है। मुलेठी पेट के लिए भी फायदेमंद है। गले में दर्द है तो एक कप पानी अच्छे से उबाल लें और उसमें मुलेठी की छोटी जड़ डालें। इसके बाद अदरक को कद्दूकस करके डाल दे। ये पानी जब अच्छे से उबल जाए तो इसे छान लें और इसमें टी बैग डालकर मुलेठी की चाय पिएं। सर्दी खांसी दूर करने के लिए मुलेठी की जड़ रामबाण है। आप इसकी कच्ची जड़ चबा सकते हैं और इससे जल्द ही फायदा दिखने लगेगा। सर्दी के मौसम में खासी जुकाम से दूर रहने के लिए रोजाना रात में एक गिलास पानी में मुलेठी की जड़ डाल दें और सुबह इस पानी को पिएं। मुलेठी के पाउडर को शहद में मिलाकर सेवन करने से भी गले की तकलीफ में राहत मिलती है।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। मुलेठी का उपयोग करने से पूर्व चिकित्सकीय परामर्श अवश्य लें।)