Mental Health Tips : बदलती लाइफस्टाइल और आधुनिकीकरण ने लोगों की नींद, चैन और सुकून को छीन लिया है। लोग सुबह उठने के साथ फोन चेक करते हैं, तो वहीं सोने से पहले भी फोन चलाते रहते हैं। फिलहाल, अभी तो उन्हें इसका नुकसान पता नहीं चल रहा, लेकिन बढ़ती उम्र के साथ इसके साइड इफेक्ट्स लोगों को कई गंभीर समस्याओं का शिकार बना सकते हैं। आधुनिक तकनीक ने लोगों के जीवन को कई तरीके से सरल और सुविधाजनक बना दिया है, लेकिन इसके साथ ही वह कई मानसिक समस्याओं का सामना कर रहे हैं। स्मार्टफोन और अन्य इलेक्ट्रॉनिक डिवाइसेज नींद को बुरी तरह प्रभावित करते हैं। इससे निकलने वाली रोशनी और ब्लू लाइट आंखों को भी नुकसान पहुंचाते हैं। जिस कारण अधिक थका हुआ महसूस करते हैं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको मानसिक समस्याओं से निपटने के लिए 5 मेंटल हेल्थ टिप्स बताएंगे, जिन्हें अपनाकर आप भी खुद को स्ट्रेस फ्री कर सकते हैं। आइए जानते हैं विस्तार…
5 मूलमंत्र
- शारीरिक गतिविधियां न केवल हमारे शारीरिक स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण हैं, बल्कि मानसिक स्वास्थ्य के लिए भी बहुत महत्वपूर्ण होती है। बता दें कि नियमित व्यायाम करने से मानसिक चिंता और तनाव को कम करने में मदद करता है। इसके अलावा, यह मेमोरी, कंसन्ट्रेशन और मूड सुधारने के लिए भी फायदेमंद होता है। इसमें आप तैराकी, साइकिलिंग, डांसिंग, जॉगिंग, योग, आदि को भी शामिल कर सकते हैं। इससे आप हर प्रकार के स्ट्रेस से छुटकारा पा सकते हैं।
- बता दें कि नई स्किल्स और काम सीखने से मानसिक स्थिति में सुधार होती है, क्योंकि यह हमें नए चुनौतियों का सामना करने के लिए तैयार करता है। साथ ही इससे आत्म-सम्मान बढ़ता है। मेडिकल स्टडीज में भी यह पाया गया है कि नए कौशल का सीखना सोचने की क्षमता को बढ़ाता है, जिससे मानसिक तनाव से छुटकारा मिलता है।
- विभिन्न अध्ययनों में यह पाया गया है कि सामाजिक सेवा और दान-परोपकार मानसिक स्वास्थ्य को सुधारता हैं। बता दें कि जब हम दूसरों की मदद करते हैं, तो दिमाग में खुशी और संतुष्टि की भावना उत्पन्न होती है, जिससे मानसिक स्थिति में सुधार होती है। दरअसल, दान और परोपकार की परंपरा भारतीय समाज में बहुत पुरानी है। इसके पीछे कई आध्यात्मिक, सामाजिक और मानवीय मूल्य छिपे होते हैं। इससे मेंटल हेल्थ की समस्याओं से निजात मिलता है।
- किसी भी इंसान को मानसिक शांति के लिए कल की चिंता छोड़कर आज में जीना चाहिए, क्योंकि अगर आप आज को बेहतर बनाते हैं, तो भविष्य आपका अपने आप बेहतरीन बन जाता है। इसलिए कल क्या होगा इस पर अधिक फोकस ना करें। इससे मानसिक स्वास्थ्य प्रभावित होता है।
- बहुत सारी मेडिकल स्टडीज नहीं है पाया गया है कि कई बार अकेले रहने के कारण लोग डिप्रेशन, एंजायटी और स्ट्रेस जैसी मेंटल हेल्थ बीमारियों के शिकार हो जाते हैं। क्योंकि वह कभी किसी के साथ रहते थे, लेकिन काम के प्रेशर और पारिवारिक जिम्मेदारी के कारण उन्हें लोगों से कनेक्टिविटी कम करनी पड़ती है। जिस कारण वह धीरे-धीरे इन समस्याओं से घिरते चले जाते हैं, जिससे बचने के लिए आपको हमेशा दोस्त फैमिली पार्टनर के साथ अधिक-से-अधिक समय बिताना चाहिए। जब भी आपको खाली समय मिले, उस वक्त टीवी या मोबाइल फोन चलाने के बजाय लोगों से बातचीत करें। इससे आप मानसिक तनाव से छुटकारा पा सकते हैं।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)