वायरसों की चपेट में आई दुनिया, कोरोना के बाद मंकीपॉक्स और मारबर्ग ने बढ़ाई चिंता, यह वायरस सबसे खतरनाक

Manisha Kumari Pandey
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नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। जहां एक तरफ देश में कोरोना का खतरा मंडरा रहा है और चौथे लहर के आसार नजर आ रहे हैं, वहीं दूसरी तरफ कई नए वायरस ने दुनिया के कई भागों में दस्तक दे दी है। हालांकि अब तक मारबर्ग वायरस (Marburg Virus) का एक भी मामले भारत में नहीं पाया गया है। लेकिन मंकीपॉक्स (Monkeypox) ने भारत में दस्तक दे दी है। अब तक देश में 2 मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। बता दें की यह वायरस किसी जानवर या उसके खून के संपर्क में आने फैलता है। हालांकि यह कोरोना के मुकाबले देर से संक्रमित होता है। देश में कोरोना ने भी अपनी रफ्तार तेज कर ली और हर दिन नए मामले सामने आ रहे हैं।

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मारबर्ग वायरस निकला कोरोना से भी खतरनाक

बताया जा रहा है की मारबर्ग वायरस कोरोना से भी अधिक खतरनाक है। अब तब इस वायरस के कारण दो लोगों की मौत घाना में हो चुकी हैं। यह वायरस अंगोला, कांगो, केन्या, युगांडा, दक्षिण अफ्रीका तक अपने पाँव फैला चुका है और यहाँ इस वायरस से संक्रमित मरीज भी मिले हैं। यह वायरस नया नहीं है, 1967 में इसका प्रकोप नजर आया था और एक बार फिर इसने दस्तक दे दी है। डबल्यूएचओ के मुताबिक इस वायरस का मृत्यु डर 24% से 88% है और यह चमगादड़ों से फैलता है। इस वायरस से संक्रमित लोगों में बुखार, सिरदर्द, पेट में दर्द और मांसपेशियों में दर्द जैसे लक्षण दिखाई देते हैं।

भारत में मिला मंकीपॉक्स का दूसरा मामला 

केरल में मंकीपॉक्स के एक और केस की पुष्टि हुई है। एक ही राज्य में दो मंकीपॉक्स के मामले सामने आ चुके हैं। राज्य के स्वास्थ मंत्रालय के मुताबिक कन्नूर जिलें के एक व्यक्ति में इस वायरस की पुष्टि की गई है। इस व्यक्ति में रविवार को मंकीपॉक्स के लक्षण देखने के बाद हॉस्पिटल में भर्ती करवाया गया था। फिलहाल मरीज मेडिकल कॉलेज के क्वारंटीन सेंटर में भर्ती है, जिसकी हालत फिलहाल गंभीर नहीं है।

 


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