हिमाचल प्रदेश के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू ने कहा कि राज्य भीषण आपदा का सामना कर रहा है, लेकिन केंद्र सरकार की ओर से अब तक विशेष राहत पैकेज नहीं मिला है। दिल्ली से चंबा जिला के आपदा प्रभावित इलाकों के दौरे से पहले उन्होंने सोशल मीडिया के माध्यम से यह नाराजगी जाहिर की। सुक्खू ने कहा कि हमारे लोग उजड़ गए, घर बह गए, जिंदगी बिखर गई, लेकिन राहत का इंतजार अब भी जारी है। उन्होंने सवाल उठाया कि क्या आपदा भी अब राजनीति के तराजू पर तौली जाएगी? मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से तुरंत विशेष पैकेज जारी करने की अपील की और कहा कि राज्य सरकार अपने सीमित संसाधनों से हर पीड़ित तक मदद पहुंचा रही है, क्योंकि समय पर मिली मदद ही वास्तविक राहत होती है।
सीएम सुक्खू ने जताई नाराजगी
मुख्यमंत्री ने राज्यवासियों को आगाह भी किया है कि आने वाले दो से तीन दिनों तक भारी बारिश का अनुमान है। मौसम विभाग ने अलर्ट जारी किया है और कई इलाकों में हालात और बिगड़ सकते हैं। उन्होंने लोगों से सतर्क रहने और अनावश्यक यात्रा से बचने की अपील की। सुक्खू ने कहा कि संकट की इस घड़ी में प्रशासन पूरी तरह मुस्तैद है और नुकसान कम करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है।
शनिवार को सीएम ने फतेहपुर, इंदौरा और भरमौर सहित कई क्षेत्रों का हवाई सर्वेक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों से चंबा में हुए नुकसान की विस्तृत जानकारी ली। कई जगहों पर जो दृश्य सामने आए, वे बेहद दर्दनाक थे। अनेक परिवारों के घर और उनकी वर्षों की मेहनत चंद मिनटों में मलबे में बदल गई। प्राकृतिक आपदा ने तबाही का मंजर खड़ा कर दिया है। मुख्यमंत्री ने प्रभावित परिवारों को आश्वस्त किया कि सरकार और मशीनरी हर पीड़ित के साथ मजबूती से खड़ी है और हम सभी मिलकर इस संकट से उबरेंगे।
वहीं, राजस्व मंत्री जगत सिंह नेगी भी प्रभावित क्षेत्रों का जायजा लेने पहुंचे। मार्ग अवरुद्ध होने और कठिन भौगोलिक परिस्थितियों के बावजूद वे पैदल ही भरमौर रवाना हुए और शनिवार को वहां पहुंच गए। उन्होंने प्रभावित क्षेत्रों का दौरा कर राहत कार्यों का आकलन किया और अधिकारियों को निर्देश दिए कि जरूरतमंदों तक त्वरित मदद पहुंचाई जाए। नेगी का यह कदम प्रभावित परिवारों के लिए उम्मीद और भरोसे का संदेश लेकर आया।





