मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव ने आज इंदौर जिले के गौतमपुरा में आयोजित कार्यक्रम में सोयाबीन की फसल पर भावांतर भुगतान योजना के तहत प्रदेश के 1.34 लाख पात्र किसानों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 249 करोड़ रुपये अंतरित किये। इससे पहले 13 नवंबर को मुख्यमंत्री ने देवास से प्रदेश के 1.33 लाख किसानों के खाते में 233 करोड़ रुपए की भावांतर राशि का अंतरण किया था। मुख्यमंत्री ने इस मौके पर इंदौर जिले को 264 करोड़ रुपये के विकास कार्यों की सौगात भी दी।
कार्यक्रम को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि किसान भाई हमारे अन्नदाता हैं। वे तरह-तरह के जोखिम उठाकर समाज और देश के लिए अन्न-धन का भंडार भरते हैं। प्रकृति की मार सहकर और खुद के दाना-पानी की चिंता में न रहकर सबका उदर पोषण करते हैं। उन्होंने कहा कि सीमा पर जवान और खेतों में हमारे किसान दोनों समान रूप से राष्ट्र की सेवा में तत्पर रहते हैं। किसान भाइयों के घर-आंगन में खुशहाली और आर्थिक समृद्धि लाना ही हमारी सरकार का मूल लक्ष्य है। हम प्रदेश के हर किसान को उसके द्वारा उत्पादित फसल का समुचित दाम दिलाएंगे।
किसानों के खातों में 249 करोड़ रुपये ट्रांसफर
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने सोयाबीन की फसल पर भावान्तर भुगतान योजना के तहत प्रदेश के 1.34 लाख पात्र किसानों के बैंक खातों में सिंगल क्लिक से 249 करोड़ रुपये अंतरित किये। इससे पहले वे देवास से प्रदेश के 1.33 लाख किसानों के खाते में 233 करोड़ रुपए की भावांतर राशि का अंतरण किया था। मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने इंदौर जिले को 264 करोड़ रूपए के विकास कार्यों की सौगात भी दी। इसके तहत विभिन्न विकास कार्यों का भूमिपूजन और लोकार्पण किया। इनमें इनगोरिया से देपालपुर तक मार्ग निर्माण कार्य का भूमिपूजन भी शामिल है। यह 10 मीटर चौड़ी सड़क होगी, जो देपालपुर और बड़नगर विधानसभा क्षेत्रों को आपस में जोड़ेगी।
नुकसान की भरपाई कर रही सरकार
मुख्यमंत्री डॉ यादव ने कहा कि राज्य सरकार हर किसान को उसकी मेहनत, उसके समर्पण का समुचित मूल्य दिलाने के लिए प्रतिबद्ध है। भावान्तर भुगतान योजना के जरिए किसानों को बाजार भाव में कमी से होने वाले नुकसान की भरपाई की जा रही है, जिससे उनकी आर्थिक स्थिति हर हाल में बेहतर एवं मजबूत हो सके और खेती-किसानी लाभ का व्यवसाय बने।
मुख्यमंत्री की प्रमुख घोषणाएं
कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने स्थानीय जनप्रतिनिधियों की मांग पर मुख्यमंत्री ने इंदौर से देपालपुर तक फोरलेन रोड के निर्माण की घोषणा की। यह 37 कि.मी. लंबी रोड होगी, जिसके निर्माण पर करीब 745 करोड़ रुपये खर्च आएगा। मुख्यमंत्री ने गौतमपुरा में महाविद्यालय खोलने तथा यहां के वर्तमान प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र (पीएचसी) को सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र (सीएचसी) में प्रोन्नत (अपग्रेड) करने की घोषणा की। अब यहां एक सर्वसुविधायुक्त बड़ा अस्पताल बनाया जाएगा। मुख्यमंत्री ने इंदौर से हातौद तक फोरलेन सड़क बनाने की बात भी कही।
किसानों के लिये धन की कोई कमी नहीं
मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में किसान हितैषी नीतियों को और अधिक प्रभावी बनाया जाएगा, जिससे हमारा प्रदेश कृषि के क्षेत्र में हमेशा अग्रणी बना रहे। किसानों के लिये धन की कोई कमी नहीं है। हमारी सरकार भावांतर की राशि दे रही है, वहीं केन्द्र सरकार से किसानों को सम्मान निधि भी मिल रही है। मुख्यमंत्री ने कहा कि क्षेत्र का कोई भी खेत सिंचाई सुविधा से वंचित नहीं रहेगा। हम एक-एक खेत तक पानी पहुंचाएंगे। देपालपुर विधानसभा क्षेत्र में 1538 करोड़ रुपये की लागत से 27 हजार हेक्टेयर रकबे को सिंचित करने के लिए चंबल नदी पर एक बैराज बनाया जा रहा है। इससे विधानसभा क्षेत्र के 75 गांव लाभान्वित होंगे।





