पाकिस्तान: मंगलवार रात को पाकिस्तान के बलूचिस्तान में हुए ईरान के मिसाइल और ड्रोन हमलों के बाद दोनों देशों में तनाव बढ़ गया है। इसके परिणामस्वरूप, पाकिस्तान ने बुधवार को तेहरान से अपने एम्बेसडर को वापस बुलाया और ईरान के राजदूत को देश छोड़ने को भी कहा।
वहीं जानकारी के अनुसार चीन ने पाकिस्तान और ईरान से कहा है कि वे तनाव बढ़ाने से बचें, क्योंकि इससे दोनों देशों को नुकसान हो सकता है। पाकिस्तान में ईरान के हमले के बाद चुप्पी है, सरकार या फौज ने किसी भी बयान से इनकार किया है। चीन के सुलझाए जाने के बावजूद, पाकिस्तानी आर्मी के हेडक्वॉर्टर रावलपिंडी में बुधवार को मीटिंग्स चल रही हैं, जिसमें आर्मी चीफ जनरल आसिम मुनीर ने सभी कमांडर्स को बुलाया है।
क्या है इसपर भारत का रिएक्शन?
ईरान की एयरस्ट्राइक के बाद पाकिस्तान में अफरातफरी का माहौल है। अब इस मामले में पहली बार भारत का रिएक्शन सामने आया है। भारत की और से विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता रणधीर जायसवाल ने इस मामले में बोलते हुए कहा है की- ‘यह मामला पाकिस्तान और ईरान के बीच का मामला है। इसमें भारत की राय का सवाल है तो भारत की और से कई बार साफ हो चूका हैं कि आतंकवाद के मामले में कोई समझौता नहीं किया जाएगा।’