नई दिल्ली, डेस्क रिपोर्ट। जापान एक ऐसा देश है जो लंबी उम्र तक जीने वाले इंसान और हेल्दी लाइफस्टाइल के लिए काफी मशहूर है। एक बार फिर यह देश चर्चा का विषय बन गया है। इस देश ने अपने युवाओं को सीधे तौर पर शराब पीने की सलाह दी है। जापान सरकार अपने इस फैसले के बाद सवालों से घिर गई है। सोशल मीडिया पर इस बात को लेकर कई सारे सवाल उठाए जा रहे हैं कि आखिरकार युवाओं को शराब पीने के लिए प्रोत्साहित क्यों किया जा रहा है।
युवाओं को शराब पीने के लिए कहने के अलावा यहां पर साका वीवा नाम की प्रतियोगिता शराब को प्रमोट करने के लिए आयोजित की गई थी। इन सब बातों के पीछे आखिर में सवाल यही उठता है कि जापानी सरकार आखिरकार ऐसा क्यों कर रही है?
बता दें कि जापान में शराब इंडस्ट्री का कारोबार लगातार गिर रहा है। नेशनल टैक्स एजेंसी की जो रिपोर्ट सामने आई है उसके मुताबिक जितना भी टैक्स वसूला जाता है उसमें से सिर्फ 1.9 फीसदी ही शराब कारोबार से मिल पा रहा है। जबकि इससे पहले ये आंकड़ा 2010 में 3.3 फीसदी, 2000 में 3.6 फीसदी, 1994 में 4.1 फीसदी था। रिपोर्ट के अनुसार लगातार आंकड़ा गिर रहा है क्योंकि इसकी खपत में कमी हो रही है।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कोरोना महामारी की वजह से जापान में शराब का कारोबार तेजी से घट गया है। इतने लंबे समय के लॉकडाउन की वजह से रेवेन्यू घटा है और इसका असर अर्थव्यवस्था पर पड़ रहा है। अगर यही होता रहा तो अर्थव्यवस्था बुरी तरह से प्रभावित हो जाएगी।
वहीं शराब की कीमत अगर बढ़ाई जाएंगी तो हो सकता है यह खपत और भी कम हो जाए और लोग उससे दूरी बना ले। दूसरी और बुजुर्गों की बढ़ती आबादी की वजह से रेवेन्यू बढ़ाना एक बड़ी चुनौती है। यही कारण है कि सरकार देश भर में शराब और बीयर को लेकर फेस्टिवल का आयोजन कर रही है। इन फेस्टिवल के जरिए स्थानीय स्तर पर बनने वाली शराब को पीने का अभियान चलाया जा रहा है। मामले में जापान के स्वास्थ्य मंत्रालय का कहना है कि शराब के प्रचार की भावना को समझे और इसे जिम्मेदारी के साथ पिएं।