DSSSB ने असिस्टेंट के कई पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन किया जारी, 18 जनवरी से करें आवेदन

Shashank Baranwal
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DSSSB Recruitment 2024: सरकारी नौकरी की तैयारी करने वाले युवाओं के लिए सुनहरा मौका है। दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड (DSSSB) की तरफ से जूनियर ज्यूडिशियल असिस्टेंट समेत विभिन्न पदों पर भर्तियों पर के लिए नोटिफिकेशन जारी कर दिया है। जिसके लिए रजिस्ट्रेशन की प्रक्रिया 18 जनवरी 2024 से शुरू हो चुकी है। इच्छुक एवं योग्य उम्मीदवार DSSSB की आधिकारिक वेबसाइट dsssb.delhi.gov.in पर जाकर ऑनलाइन आवेदन कर सकते हैं। वहीं इन पदों पर आवेदन की आखिरी तारीख 8 जनवरी 2024 निर्धारित की गई है।

कुल पद- 990

पदों का विवरण

DSSSB में जूनियर ज्यूडिशियल असिस्टेंट समेत कुल 990 पदों पर भर्ती के लिए नोटिफिकेशन जारी किया गया है। जिसमें वरिष्ठ निजी सहायक (जिला एवं सत्र न्यायालय) के 41 पद, निजी सहायक (जिला एवं सत्र न्यायालय) के 367 पद,  निजी सहायक (जिला एवं सत्र न्यायालय परिवार न्यायालय) के 16 पद, जूनियर ज्यूडिशियल असिस्टेंट (जिला एवं सत्र न्यायालय) के 546 पद और  जूनियर ज्यूडिशियल असिस्टेंट (जिला एवं सत्र न्यायालय परिवार न्यायालय) के 20 पद शामिल हैं।

आवेदन शुल्क

दिल्ली अधीनस्थ सेवा चयन बोर्ड द्वारा जिला एवं सत्र न्यायालय में असिस्टेंट के पदों पर आवेदन करने के लिए अनारक्षित, पिछड़ा और ईडब्ल्यूएस श्रेणी के उम्मीदवारों को 100 रुपए आवेदन शुल्क निर्धारित किया गया है। वहीं एससी, एसटी, पीएच और महिला श्रेणी के उम्मीदवारों को आवेदन शुल्क भुगतान के लिए छूट प्रदान की गई है। वहीं इन पदों पर आवेदन शुल्क का भुगतान डेबिट कार्ड, क्रेडिट कार्ड और नेट बैंकिंग के जरिए किया जा सकता है। बता अधिक जानकारी के लिए DSSSB की आधिकारिक वेबसाइट पर जारी शॉर्ट नोटिफिकेशन को देख सकते हैं।


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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