प्राइवेट कोचिंग संस्थानों के लिए सरकार की नई गाइडलाइंस तय, 16 साल उम्र से कम होने पर नहीं होगा छात्र का नामांकन, फीस को लेकर भी कही यह बात

Rishabh Namdev
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New Education Guidelines: शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों की सुरक्षा और उनके भविष्य को समर्थन करने का एक महत्वपूर्ण प्रयास किया है। शिक्षा मंत्रालय ने एक बड़ा कदम उठाते हुए देशभर के कोचिंग इंस्टीट्यूट्स के लिए नई गाइडलाइन्स जारी की हैं। इसके साथ ही शिक्षा मंत्रालय की तरफ से सभी कोचिंग संस्थानों को फीस को लेकर भी निर्देश जारी कर दिए गए है। जिसके तहत कोई भी कोचिंग इंस्टीट्यूट्स मन मानी फीस नहीं ले सकेंगे। सभी इंस्टीट्यूट्स को अपनी फीस तय करनी होगी साथ ही एडमिशन को कैंसिल करने पर छात्र को पूरी फीस 10 दिन के अंदर लौटानी पड़ेगी।

गाइडलाइन्स के मुताबिक, अब कोचिंग सेंटर्स को भ्रामक वादे करना मना है। इसके अलावा, अगर कोई कोचिंग सेंटर अच्छे नंबरों की गारंटी देने का दावा करता है तो इस पर भी पाबंदी लगाई गई है। ये नियम सभी प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कराने वाले कोचिंग सेंटर्स के लिए लागू होंगे, जिसमें JEE, NEET, CLAT जैसी प्रमुख परीक्षाएं शामिल हैं।

इसके अलावा, सरकार ने देशभर में कोचिंग सेंटर्स की रजिस्ट्रेशन प्रक्रिया को सुधारने के लिए पहल की है। अब नए और मौजूदा कोचिंग सेंटर्स को तीन महीने के भीतर नए निर्देशों के अनुसार पंजीकृत करना होगा।

कोचिंग सेंटर्स के लिए यह है नई गाइडलाइंस:

-ट्यूटर्स ग्रेजुएट से कम योग्यता वाले नहीं होंगे अच्छे नंबर और रैंक की गारंटी नहीं दे सकते
-16 साल से कम उम्र के स्टूडेंट्स का इनरोलमेंट नहीं कर सकते
-इनरोलमेंट सेकेंड्री स्कूल एग्जाम के बाद ही किया जाएगा
-हर कोर्स की ट्यूशन फीस फिक्स होगी, बीच में फीस नहीं बढ़ाई जाएगी, रसीद देनी होगी
-तय समय पहले कोर्स छोड़ने पर 10 दिन में बची फीस वापस करनी होगी
-काउंसलिंग सिस्टम बगैर कोचिंग का रजिस्ट्रेशन नहीं होगा
-बच्चों के मेंटल स्ट्रेस पर ध्यान रखना होगा, अच्छे परफॉर्मेंस का प्रेशर नहीं बनाया जाएगा
-गाइडलाइंस फॉलो न करने पर कोचिंग सेंटर्स पर 1 लाख तक का जुर्माना लगाया जाएगा
-ज्यादा फीस वसूलने पर रजिस्ट्रेशन रद्द होगा

दरअसल इस महत्वपूर्ण निर्णय का मुख्य कारण शिक्षा मंत्रालय ने छात्रों की सुरक्षा और उनके उच्चतम हित को मध्यस्थता में रखते हुए लिया हैं।इस नियम के चलते कोचिंग सेंटर्स छात्रों को सही मार्ग पर गाइड करने का और उनके भविष्य को सही मार्ग में ले जाने का काम करेंगे।

इस समय, जब छात्रों की मानसिक स्वास्थ्य से जुड़ी समस्याएं बढ़ रही हैं और कोचिंग सेंटर्स में उच्च तनाव और दबाव की खबरें आ रही हैं, ये नए निर्देश सेंटर्स के प्रबंधन को छात्रों की सुरक्षा के प्रति और उनके भविष्य की स्थिति के प्रति जिम्मेदार बनाए रखने का माध्यम प्रदान करेंगे। इससे न केवल छात्रों की सुरक्षा में सुधार होगा बल्कि उनके मानसिक स्वास्थ्य को बनाए रखने में भी मदद मिलेगी।


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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