MPPEB Recruitment : सरकारी नौकरी की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए बड़ी खबर है। दरअसल मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा परीक्षाओं को लेकर बड़ी तैयारी की जा रही है। अब परीक्षा केंद्रों पर नकल रोकने के लिए नई नीति अपनाई जाएगी। इसके लिए कर्मचारी चयन आयोग द्वारा तैयारी भी शुरू कर दी गई है। वहीं छात्रों को इसका लाभ मिलेगा।
3 सदस्यीय टीम परीक्षा केंद्रों की जांच करेगी
परीक्षा केंद्र पर नकल रोकने के लिए आप मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल द्वारा महत्वपूर्ण प्रयास किए जा रहे हैं। नकल रोकने के लिए अनिवार्य किए गए जैमर अब 5G नेटवर्क जाम करने लायक बनाए जाएंगे। परीक्षा नियंत्रक के निर्देशन में 3 सदस्यीय टीम परीक्षा केंद्रों की जांच भी करेगी। मंडल प्रबंधन द्वारा जांच कमेटी निर्मित की गई है। वहीं कमेटी द्वारा सोमवार को 6 परीक्षा केंद्रों की जांच भी की गई है।
परीक्षा केंद्र में नहीं किया गया 5G जैमर का उपयोग
मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की तरफ से गठित हुई कमेटी यह बताएगी कि परीक्षा के दौरान सभी तरह के 4G और 5G नेटवर्क जाम हो रहे हैं अथवा नहीं। बता दें कि प्रदेश में पटवारी भर्ती के लिए 12 लाख अभ्यर्थियों की परीक्षा में 5G जैमर का उपयोग नहीं किया गया था।
इससे पूर्व 13 से 17 फरवरी तक आयोजित हुई स्वच्छता निरीक्षक भर्ती परीक्षा के दौरान भी 5G जैमर नहीं लगाया गया था। मंडल तक इसकी जानकारी पहुंचने के साथ ही तत्काल से मंडल द्वारा जांच कमेटी का गठन किया गया। जिसके बाद सोमवार को कमेटी द्वारा 6 परीक्षा केंद्रों की जांच भी की गई है वहीं प्रारंभिक रिपोर्ट में कहा गया है कि जैमर 5G नेटवर्क भी जाम कर रहे हैं।
सभी परीक्षा केंद्रों की जांच
मामले में मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन मंडल की परीक्षा नियंत्रक ए हेमलता का कहना है कि जांच के लिए कमेटी का गठन किया गया है। प्रारंभिक जांच में पाया गया कि परीक्षा के दौरान अधिकांश जगह सभी तरह के नेटवर्क जाम हो रहे हैं। प्रदेश की सभी परीक्षा केंद्रों की जांच की जा रही है।
परीक्षा केंद्र पर बड़ी तैयारी
वही पिछली परीक्षाओं में 4जी जैमर ही लगाए गए हैं। 5G जैमर का उपयोग नहीं किया गया लेकिन अब 5G जैमर का उपयोग शुरू किया जाएगा। मध्य प्रदेश कर्मचारी चयन बोर्ड द्वारा परीक्षा कराने के लिए टेंडर दिया जाता है। जिसमें जैमर लगाने की शर्तें निर्धारित की जाएगी। परीक्षा कराने वाली कंपनी की थर्ड पार्टी के जरिए जैमर उपलब्ध करवाएगी। परीक्षा में नकल से बचने के लिए अब तक 4G जैमर का इस्तेमाल किया जा रहा था लेकिन अब परीक्षा केंद्रों पर इसे 5G जैमर के रूप में बदला जाएगा।