MPPSC : राज्य सेवा मुख्य परीक्षा 2019 पर अपडेट, 10 अप्रैल को जारी होंगे एडमिट कार्ड, 15 अप्रैल से परीक्षा, ये रहेंगे नियम

Pooja Khodani
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MPPSC Recruitment 2023 : मप्र लोकसेवा आयोग के उम्मीदवारों के लिए महत्वपूर्ण खबर है।
एमपी पीएससी की राज्य सेवा-2019 की स्पेशल मुख्य परीक्षा अप्रैल के दूसरे हफ्ते में होगी। इसके लिए एडमिट कार्ड 10 अप्रैल काे जारी हाेंगे। छात्र अधिकारिक वेबसाइट पर जाकर एडमिट कार्ड ऑनलाइन डाउनलाेड कर सकते है।

15 अप्रैल से शुरू होगी परीक्षा, 10 शहरों में बनाए जाएंगे केन्द्र

MPPSC के तहत, परीक्षा 15 अप्रैल से शुरू हाेगी और 20 तक चलेंगी। यह परीक्षा इंदाैर, भाेपाल, ग्वालियर, जबलपुर, सागर, बड़वानी, रतलाम, शहडाेल, छिंदवाड़ा, सतना में सेंटर पर होगी। इस परीक्षा के लिए 2700 उम्मीदवारों के लिए 10 शहरों में केंद्र बनाएगा। अकेले इंदौर में चार कालेजों में परीक्षा करवाने पर सहमति बनी है। अगले तीन से चार दिन में केंद्र तय किए जाएंगे। इसके बाद MPPSC की सूची जारी हाेने वाली है।

घोषित परीक्षा शेड्यूल के अनुसार 15 से 18 अप्रैल तक सामान्य अध्ययन के पर्चे होंगे। 19 अप्रैल को हिंदी और 20 को निबंध लेखन का पर्चा होगा। इस परीक्षा के खत्म हाेने के बाद 30 मई तक रिजल्ट जारी हाेने की उम्मीद है। इसके बाद इंटरव्यू के लिए प्रक्रिया शुरू हाे सकती है। संभावना है कि इसी साल जुलाई-अगस्त में इंटरव्यू भी शुरू हाे सकते हैं। हालांकि अधिकारिक पुष्टि होना बाकी है, इस पर अंतिम निर्णय पीएससी प्रशासन रिजल्ट जारी हाेने के बाद लेगा।

हाई कोर्ट के फैसले के बाद दोबारा हो रही है परीक्षा

राज्य सेवा 2019 की प्रारंभिक परीक्षा 12 जनवरी 2020 काे हुई थी। मुख्य परीक्षा 2021 में 21 से 26 मार्च के बीच हो पाई। इसका रिजल्ट 1 जनवरी 2022 को आया था। फिर 1918 अभ्यर्थी मुख्य परीक्षा के आधार पर इंटरव्यू के लिए चयनित किए गए। राज्यसेवा परीक्षा 2019 का परिणाम घोषित करने के बाद पीएससी इंटरव्यू की प्रक्रिया करने वाला था, लेकिन हाईकोर्ट में मामले के जाने के बाद फिर रिजल्ट रद्द करना पड़ा। काेर्ट ने निर्णय दिया था कि प्री परीक्षा का रिजल्ट दाेबारा जारी कर मुख्य परीक्षा भी दाेबारा आयाेजित की जाए। इसके बाद जनवरी में पीएससी ने फिर से अतिरिक्त मुख्य परीक्षा करवाने की घोषणा की और फरवरी में तारीख घोषित की गई।

 


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खबर वह होती है जिसे कोई दबाना चाहता है। बाकी सब विज्ञापन है। मकसद तय करना दम की बात है। मायने यह रखता है कि हम क्या छापते हैं और क्या नहीं छापते। "कलम भी हूँ और कलमकार भी हूँ। खबरों के छपने का आधार भी हूँ।। मैं इस व्यवस्था की भागीदार भी हूँ। इसे बदलने की एक तलबगार भी हूँ।। दिवानी ही नहीं हूँ, दिमागदार भी हूँ। झूठे पर प्रहार, सच्चे की यार भी हूं।।" (पत्रकारिता में 8 वर्षों से सक्रिय, इलेक्ट्रानिक से लेकर डिजिटल मीडिया तक का अनुभव, सीखने की लालसा के साथ राजनैतिक खबरों पर पैनी नजर)

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