ग्रेजुएशन और पोस्ट ग्रेजुएशन के छात्रों के लिए इंटर्नशिप महत्वपूर्ण होता है। यह छात्रों के स्किल डेवलपमेंट और प्रोफेशनल नेटवर्क का विस्तार करने में मदद करता है। स्टूडेंट्स थ्योरी के साथ-साथ खुद मार्केटप्लेस के लिए कर पाते हैं। राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में इंटर्नशिप पर जोर दिया है। इसलिए आप इंटर्नशिप कहाँ से कर (Ineternship Scam Alert) रहे हैं? इसका ख्याल रखना जरूरी होता है। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग (UGC) ने अध्यक्ष एम जगदीश कुमार ने इंटर्नशिप स्कैम को लेकर अलर्ट जारी किया है।
यूजीसी अध्यक्ष ने छात्रों को इंटर्नशिप के लिए केवल NATS और अन्य सरकारी पोर्टल पर ही भरिसा करने की सलाह दी है। उन्होंने कहा, “अब तक आयोग को इंटर्नशिप के नाम पर कोई फ्रॉड की शिकायत नहीं मिली है। लेकिन हम संस्थानों और छात्रों ऐसे मामलों को रिपोर्ट करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।”
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कुमार ने बताया कि यूजीसी फेक इंटर्नशिप को लेकर गाइडलाइंस भी जारी है। ताकि छात्र इसकी पहचान कर सकें। इस गाइडलाइंस में क्रेडिट संचय, अवधि और आकलन जैसे जरूरी प्वाइंट्स को भी शामिल किया है। नोडल अधिकारी, इंटर्नशिप पर्यवेक्षक और संरक्षक को जिम्मेदारियाँ भी सौंपी गई है। वैध इंटर्नशिप अवसरों को पहचानने में छात्रों की मदद करने की जिम्मेदारी इन अधिकारियों को संस्थानों की होती है, जिसके लिए निर्देश भी दिए गए हैं।
कैसे करें वैध इंटर्नशिप की पहचान?
कंपनी वैध या अवैध इसकी जांच संस्थान उद्यम रजिस्ट्रेशन पोर्टल पर कर सकते हैं। यह सरकारी पोर्टल है जहां भारत की सभी एमएसएमई पंजीकृत होती है। इसलिए संस्थान जब भी किसी कंपनी के साथ एग्रीमेंट साइन करें तो एक बार क्रॉस -चेक जरूर करें। इस पोर्टल पर कंपनी से जुड़ी महत्वपूर्ण जानकारी उपलब्ध होती है। छात्र भी इंटर्नशिप ज्वाइन करने से पहले यूनिवर्सिटी का मार्गदर्शन जरूर लें।
कैसे करें इंटर्नशिप स्कैम की शिकायत?
छात्रों की समस्याओं और प्रश्नों के निपटान के लिए यूजीसी ई-समाधान पोर्टल की सुविधा प्रदान करता है। इस पोर्टल पर जाकर स्टूडेंट्स इंटर्नशिप समेत अपनी अन्य शिकायत दर्ज कर सकते हैं।