82 साल की महिला ने रचा इतिहास, Paragliding कर भरी उड़ान

Gaurav Sharma
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गंगटोक, डेस्क रिपोर्ट। वो स्त्री है वो कुछ भी कर सकती है, इस वाक्य को सिक्किम (Sikkim) की एक 82 साल की बुजुर्ग महिला (elderly lady) ने सिद्ध कर के दिखाया है। जहां एक उम्र के बाद शरीर जवाब दे देता है और कोई भी शारीरिक काम करने में असमर्थ होने लगता है। उस उम्र में सिक्किम की 82 साल की महिला ने ऐसा काम कर के दिखाया है जिसे सुनकर लोग हैरान हो रहे है।

82 साल की ये महिला सिक्किम की सबसे ज्यादा उम्र वाली पैराग्लाइडर(Paraglider)  बन गई है। जिसकी जानकारी शानिवार को पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (Paragliding Association) ने दी है। महिला का नाम दुकमित लेपचा (Dukmit lepcha) है जो कि 3 बच्चों की दादी (Grandmother) है।  दो साल पहले अपने पति को खो चुकीं दुकमित लेप्चा अपने दो बेटों, बहुओं और पोते-पोतियों के साथ रहती हैं। लेप्चा ने कहा कि वह रोजाना घर के काम करके फिट रहती हैं और उनके बच्चे उनके खाने पीने का पूरा ध्यान रखते है।


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पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है। इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।