82 साल की महिला ने रचा इतिहास, Paragliding कर भरी उड़ान

Gaurav Sharma
Published on -
paragliding-by-82-year-old-lady

गंगटोक, डेस्क रिपोर्ट। वो स्त्री है वो कुछ भी कर सकती है, इस वाक्य को सिक्किम (Sikkim) की एक 82 साल की बुजुर्ग महिला (elderly lady) ने सिद्ध कर के दिखाया है। जहां एक उम्र के बाद शरीर जवाब दे देता है और कोई भी शारीरिक काम करने में असमर्थ होने लगता है। उस उम्र में सिक्किम की 82 साल की महिला ने ऐसा काम कर के दिखाया है जिसे सुनकर लोग हैरान हो रहे है।

82 साल की ये महिला सिक्किम की सबसे ज्यादा उम्र वाली पैराग्लाइडर(Paraglider)  बन गई है। जिसकी जानकारी शानिवार को पैराग्लाइडिंग एसोसिएशन (Paragliding Association) ने दी है। महिला का नाम दुकमित लेपचा (Dukmit lepcha) है जो कि 3 बच्चों की दादी (Grandmother) है।  दो साल पहले अपने पति को खो चुकीं दुकमित लेप्चा अपने दो बेटों, बहुओं और पोते-पोतियों के साथ रहती हैं। लेप्चा ने कहा कि वह रोजाना घर के काम करके फिट रहती हैं और उनके बच्चे उनके खाने पीने का पूरा ध्यान रखते है।

दुकमित लेपचा ने 28 अक्टूबर को आंगी मोनैस्ट्री(Angi Monastry) के पास पैराग्लाइडिंग प्वॉइंट(Paragliding Point) से पैराग्लाइडिंग करके इतिहास रचा(created history) और रिकॉर्ड (record) अपने नाम दर्ज कराया है।

वहीं दुकमित के रचे गए इतिहास को लेकर एसोसिएशन के सूत्र बताते है कि लेपचा से पहले राज्य में 68 साल के एक पुरुष ने पैराग्लाइडिंग (Paragliding )कर अपने नाम रिकॉर्ड दर्ज कराया था। वहीं लेपचा द्वारा किए गए पैराग्लाइडिंग (Paragliding )को लेकर एडवेंचर एट सिक्किम टूरिज्म एंड सिविल एविएशन विभाग के सहायक निदेशक मनोज छेत्री बताते है कि 82 वर्षीय दुकमित लेपचा सिक्किम पर्यटन को एक नया साहसिक गंतव्य बनाने के लिए प्रेरित करेंगी।

बता दें कि दुकमित लेपचा ने लगभग 6 मिनट तक पैराग्लाइडिंग (Paragliding )की थी। लेपचा ने पैराग्लाइडिंग (Paragliding )उड़ान 4 हजार 500 फीट की ऊंचाई तक भरी थी।

वहीं अपने पैराग्लाइडिंग (Paragliding) के अनुभव को साझा करते हुए दुकमित लेपचा बताती है कि मेरे लिए ये अनुभव बहुत शानदार था, मैंने बिना डरे पैराग्लाइडिंग की और इसका आनंद लिया। मुझे महसूस करना था कि पैराग्लाइडिंग में उड़ते वक्त कैसा लगता है। आगे लेपचा कहती है कि मैंने और मेरी 17 साल की पोती ने पैराग्लाइडिंग (Paragliding ) की थी, लेकिन मेरी पोती थोड़ी डरी हुई थी, वहीं मुझे ज़रा भी डर नहीं लगा।

आगे लेपचा बताती है कि उनका ये पहला एडवेंचर स्पोर्ट (Adventour Sport) नहीं है, उन्होंने इससे पहले  साल 2016 में अंडमान के तट (Coast of Andaman) पर स्कूबा डाइविंग (scuba diving) भी की थी। वो आगे अब साइकिलिंग को लेकर कुछ एडवेंचर करने की योजना बना रही है।

82 साल की महिला ने रचा इतिहास, Paragliding कर भरी उड़ान


About Author
Gaurav Sharma

Gaurav Sharma

पत्रकारिता पेशा नहीं ज़िम्मेदारी है और जब बात ज़िम्मेदारी की होती है तब ईमानदारी और जवाबदारी से दूरी बनाना असंभव हो जाता है। एक पत्रकार की जवाबदारी समाज के लिए उतनी ही आवश्यक होती है जितनी परिवार के लिए क्यूंकि समाज का हर वर्ग हर शख्स पत्रकार पर आंख बंद कर उस तरह ही भरोसा करता है जितना एक परिवार का सदस्य करता है। पत्रकारिता मनुष्य को समाज के हर परिवेश हर घटनाक्रम से अवगत कराती है, यह इतनी व्यापक है कि जीवन का कोई भी पक्ष इससे अछूता नहीं है। यह समाज की विकृतियों का पर्दाफाश कर उन्हे नष्ट करने में हर वर्ग की मदद करती है।इसलिए पं. कमलापति त्रिपाठी ने लिखा है कि," ज्ञान और विज्ञान, दर्शन और साहित्य, कला और कारीगरी, राजनीति और अर्थनीति, समाजशास्त्र और इतिहास, संघर्ष तथा क्रांति, उत्थान और पतन, निर्माण और विनाश, प्रगति और दुर्गति के छोटे-बड़े प्रवाहों को प्रतिबिंबित करने में पत्रकारिता के समान दूसरा कौन सफल हो सकता है।

Other Latest News