हरे-भरे चमत्कार : एक पेड़ जो ‘चलता’ है, जानिए पेड़ों से जुड़ी रोचक हैरतअंगेज बातें

प्रकृति का हर कोना अपने आप में एक रहस्य और आश्चर्य लिए हुए है। पेड़ और जंगल इसकी जीवंत मिसाल हैं। ये न सिर्फ जीवन का आधार हैं, बल्कि इनसे जुड़ी बातें हमें हैरत में डाल देती हैं। अमेज़न वर्षावन दुनिया की 20% ऑक्सीजन पैदा करता है और हर सेकंड लाखों टन कार्बन डाइऑक्साइड सोखता है। बांस दुनिया में सबसे तेजी से बढ़ने वाला पौधा है। इसकी कुछ प्रजातियां एक दिन में 91 सेंटीमीटर तक बढ़ सकती हैं। पीपल और नीम के पेड़ 24 घंटे ऑक्सीजन देने वाले पेड़ों में गिने जाते हैं। वहीं, कुछ रेगिस्तानी पेड़ जैसे Namib Desert’s Welwitschia हवा से नमी सोखकर अपने जीवित रहने के लिए पानी बना सकते हैं।

Amazing Facts About Trees : पेड़ धरती की बाहें हैं। वो बाहें जो हम सबको अपनी छाया में समेट लेती हैं। पेड़ हमें सांस देते हैं, भोजन देते हैं और आश्रय के बनाने के लिए लकड़ियां भी। इन सबसे बढ़कर वो हमें एक हरा-भरा संसार देते हैं। हमारी दुनिया को सुंदर बनाते हैं। पेड़ हमें सिखाते हैं कि खुद धूप सहकर भी दूसरों को छाया दी जा सकती है..और जड़ों से जुड़े रहकर भी आकाश छुआ जा सकता है।

पेड़ और जंगल हमें जीने की कला सिखाते हैं। धरती पर जीवन बना रहे, इसके लिए पेड़ों का बचे रहना जरूरी है। अगर हम  पेड़ों को बचाएँगे तो ये भी हमें बचाएँगे। ये न सिर्फ हमें ऑक्सीजन देते हैं बल्कि पर्यावरण को भी संतुलित रखते हैं। जंगल कई जीव-जंतुओं का घर होते हैं और बारिश लाने में भी मदद करते हैं।

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पेड़ों से हैं जीवन

अगर पेड़ और जंगल न हों तो धरती सूख जाएगी, हवा दूषित हो जाएगी और जीव-जंतु संकट में पड़ जाएंगे। आज के समय में जब कंक्रीट के जंगल बढ़ते जा रहे हैं, असली जंगलों को बचाए जाने की ज़रूरत है। हमें अपनी आने वाली पीढ़ियों के लिए प्रकृति को संरक्षित रखना होगा। इसीलिए अधिक से अधिक पौधारोपण और पेड़ों के संरक्षण की आवश्यकता है। आज हम पेड़ों के महत्व के साथ पेड़ों से जुड़ी कुछ अनोखी और रोचक बातें भी जानेंगे।

सबसे पुराना जीवित पेड़ – ओल्ड टीजिक्को

क्या आप जानते हैं कि पृथ्वी पर सबसे पुराने पेड़ की आयु क्या है। ये पेड़ स्वीडन में स्थित एक नॉर्वे स्प्रूस (Picea abies) है, जिसे “ओल्ड टीजिक्को” कहा जाता है। ये दुनिया का सबसे पुराना ज्ञात जीवित पेड़ माना जाता है। इसकी उम्र लगभग 9500 साल आंकी गई है।

पेड़ों का “वुड वाइड वेब”

पेड़ एक-दूसरे से बात करते हैं, और यह कोई काल्पनिक बात नहीं है। वैज्ञानिकों ने पाया है कि पेड़ माइकोराइज़ल फंगी (जड़ों से जुड़े फंगल) के नेटवर्क के माध्यम से संचार करते हैं, जिसे “वुड वाइड वेब” कहा जाता है। इस नेटवर्क के जरिए पेड़ पोषक तत्वों और जानकारी का आदान-प्रदान करते हैं।

सबसे ऊंचा पेड़ 

कैलिफोर्निया में रेडवुड पेड़ (Sequoia sempervirens) दुनिया का सबसे ऊंचा जीवित पेड़ है। इसका नाम “हाइपरियन” है और इसकी ऊंचाई लगभग 115.92 मीटर (380 फीट) है। इसे 2006 में खोजा गया था और इसकी सटीक लोकेशन को गुप्त रखा जाता है ताकि पर्यटकों की भीड़ से इसे नुकसान न पहुंचे।

पेड़ यानी ऑक्सीजन की फैक्ट्री

एक औसत आकार का पेड़ सालभर में लगभग 260 पाउंड (118 किलोग्राम) ऑक्सीजन पैदा करता है। दो परिपक्व पेड़ चार लोगों के परिवार की सालभर की ऑक्सीजन की ज़रूरत को पूरा कर सकते हैं। इसके अलावा, पेड़ कार्बन डाइऑक्साइड को अवशोषित करके ग्लोबल वार्मिंग कम करने में भी मदद करते हैं।

पेड़ जो “चल” सकता है

कोस्टा रिका और इक्वाडोर के वर्षावनों में पाया जाने वाला सॉक्रेटिया एक्सोराइजा (Socratea exorrhiza) पेड़ चल सकता है। इसे वॉकिंग पाम कहा जाता है। ये ऐसा पेड़ है जो अपनी जगह बदल सकता है। दरअसल ये पेड़ अपनी स्टिल्ट जैसी जड़ों की मदद से धीरे-धीरे मिट्टी में हिलता है, खासकर जब उसे सूरज की रोशनी या पानी की जरूरत होती है। हालांकि यह बहुत तेजी से नहीं चलता, लेकिन इसे प्रकृति का एक चमत्कार माना जा सकता है।

पेड़ों का संगीत

कुछ अध्ययनों में पाया गया है कि पेड़ सूक्ष्म कंपन उत्पन्न करते हैं, जो इंसान के कानों से सुनाई नहीं देते। वैज्ञानिकों का मानना है कि ये कंपन पानी के प्रवाह या पेड़ के अंदर की जैविक प्रक्रियाओं के कारण हो सकता है। कुछ शोधकर्ताओं ने इन कंपनों को रिकॉर्ड करके उन्हें संगीत में बदला है, जो सुनने में बेहद सुकूनदायक लगता है।

सबसे जहरीला पेड़

मैनचिनील ट्री (Hippomane mancinella) कैरिबियन, मैक्सिको और फ्लोरिडा में पाया जाता है और ये दुनिया का सबसे खतरनाक पेड़ माना जाता है। इसके फल, छाल और रस इतने जहरीले होते हैं कि इसके संपर्क में आने से त्वचा पर जलन, अंधापन या सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। बारिश के दौरान इसके नीचे खड़े होने से भी नुकसान हो सकता है, क्योंकि पानी इसके जहर को साथ ले आता है।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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