सर्दियों में इन दो चीजों को मिलाकर करें नारियल के तेल का इस्तेमाल, जानें इसके फायदे

Clove with coconut oil

Clove with coconut oil: इन दिनों कड़ाके की ठंड पड़ रही है। हर तरफ शीतलहर चल रही है। कहीं कोहरा तो कहीं तेज हवाओं से लोगों को बहुत समस्याएं हो रही है। ऐसे में लोगों को अपनी सेहत का खास ध्यान रखने की जरूरत है। वहीं ठंड के दिनों में लोगों की स्किन बेजान और रूखी हो जाती है। ऐसे में नारियल का तेल स्किन के लिए फायदेमंद साबित होता है। साथ ही अगर नारियल के तेल में लौंग और कपूर मिला लें तो यह शरीर की खुजली की समस्याओं के साथ कई समस्याओं को दूर करने में असरदार साबित होती हैं। आइए जानते हैं कि लौंग और कपूर से युक्त नारियल का तेल लगाने से कौन कौन सी समस्याओं को दूर करने में मदद मिलती है।

खुजली की समस्या से निजात

अगर नारियल के तेल में लौंग और कपूर मिलाकर शरीर पर लगाते हैं तो यह खुजली की समस्या को दूर करने में मदद करती है। बता दें ठंड के दिनों अधिक कपड़ों को पहनने की वजह से खुजली की समस्या होने लगती है। ऐसे में अगर लौंग और कपूर से युक्त नारियल का तेल लगाते हैं तो इन समस्याओं से निजात मिल जाती है।

डैंड्रफ की समस्या

लौंग और कपूर युक्त नारियल तेल का इस्तेमाल करने से बालों में डैंड्रफ जैसी समस्याओं से छुटकारा मिल जाता है। बता दें नारियल के तेल में एंटी ऑक्सीडेंट और एंटी फंगल जैसे गुण पाए जाते हैं। वहीं कपूर और लौंग के पोषक तत्व मिल जाने से डैंड्रफ जैसी समस्याओं के साथ बालों में खुजली की समस्या से भी निजात मिलती है।

स्किन की समस्या

नारियल में लौंग और कपूर मिलाकर शरीर में लगाने से स्किन से जुड़ी समस्या को दूर किया जा सकात है। बता दें इसको लगाने से पीठ और शरीर में निकले हुए दाने को दूर करने में मदद मिलती है। इसके साथ ही यह एग्जिमा और सोरायसिस जैसी गंभीर सम्सयाओं में भी फायदेमंद साबित होती है।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है। अमल में लाने से पहले डॉक्टर से सलाह जरूर लें।)


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Shashank Baranwal

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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है– खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालो मैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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