Dopamine Dressing : कपड़े जो बढ़ाए खुशी का हॉर्मोन, जानिए क्या है डोपामाइन ड्रेसिंग

क्या आपने कभी महसूस किया कि कुछ कपड़े पहनने पर आपको खास तरह की खुशी होती है। याद कीजिए बचपन का वो समय जब त्योहार या बर्थ़डे पर नए कपड़े पहनकर हम कितना खुश होते थे। दरअसल ये बात सिर्फ कपड़ों की नहीं, मनोविज्ञान की है। रिसर्च बताती हैं कि रंग सिर्फ देखने की चीज नहीं होते, बल्कि हमारे मस्तिष्क पर भी असर डालते हैं। जब हम चमकीले, वाइब्रेंट रंग पहनते हैं, तो हमारा दिमाग इसे खुशी और ऊर्जा से जोड़ता है। हमारी ड्रेसिंग का हमारे मूड पर गहरा असर होता है और यही वजह है कि अब ये ट्रेंड ज़ोर पकड़ रहा है।

Dopamine Dressing : आज की भागदौड़ भरी जिंदगी में खुश रहने के लिए लोग कई तरीके अपनाते हैं..योग, ध्यान, अच्छी डाइट, परिवार-दोस्तों के साथ वक्त बिताना, अपनी हॉबी को समय देना, घूमना और तमाम वो काम जो अच्छे लगे। इस फेहरिस्त में अब ‘डोपामाइन ड्रेसिंग’ भी जुड़ गया है। ये नया फैशन ट्रेंड है जिसमें ऐसे कपड़े पहनने पर जोर दिया जाता है जो मानसिक रूप से खुश और ऊर्जावान महसूस कराए।

डोपामाइन (Dopamine) दिमाग में बनने वाला एक रसायन है, जो हमें खुश और अच्छा महसूस कराता है। इसे कुछ यूं समझ लीजिए कि ये हमारे दिमाग का “खुशी का बटन” है। जब भी हम कुछ मजेदार करते हैं जैसे अपनी पसंद का खाना खाना, दोस्तों से मिलना या कोई गेम जीतना, तो दिमाग डोपामाइन रिलीज़ करता है। इससे आपको खुशी और तसल्ली मिलती है।

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क्या है डोपामाइन ड्रेसिंग

डोपामाइन ड्रेसिंग एक नया फैशन ट्रेंड है जिसका मतलब है ऐसे कपड़े पहनना जिनके रंग और डिजाइन आपके दिमाग में डोपामाइन यानी खुशी के हॉर्मोन का स्तर बढ़ाए। अगर आप सोच रहे हैं कि सिर्फ कपड़े पहनने से मूड कैसे बदल सकता है तो इसका जवाब साइकोलॉजी में छिपा है। डोपामाइन ड्रेसिंग कोई साधारण फैशन ट्रेंड नहीं, बल्कि एक साइंटिफिक अप्रोच है जो हमारे दिमाग और इमोशन्स पर गहरा असर डालती है। साइकोलॉजिस्ट्स का मानना है कि चटकीले रंग, बोल्ड पैटर्न और वाइब्रेंट स्टाइल हमें तुरंत एनर्जी और पॉजिटिविटी का अहसास कराते हैं।

सुंदर दिखने के साथ खुश महसूस करने का तरीका

डोपामाइन ड्रेसिंग सिर्फ फैशन का हिस्सा नहीं, बल्कि अब मेंटल हेल्थ और सेल्फ-केयर का एक अनोखा तरीका भी बनता जा रहा है। विशेषज्ञों का कहना है कि ये आपके मूड को तुरंत बेहतर करने का आसान और सुंदर तरीका है। जब हम कुछ ऐसा पहनते हैं जो हमें अच्छा लगता है तो आत्मविश्वास बढ़ता है और तनाव कम होता है। डोपामाइन ड्रेसिंग सिर्फ स्टाइल स्टेटमेंट नहीं, बल्कि एक तरह की कलर थेरेपी भी है। यह खासतौर पर उन लोगों के लिए मददगार हो सकती है जो लो एनर्जी या उदासी महसूस कर रहे हों।

मनपसंद कपड़े पहनें और खुशी का हार्मोन बढ़ाएं

फैशन इंडस्ट्री भी इस ट्रेंड को समझकर नए कलेक्शन लाने लगी है। कई ब्रांड्स अब “हैप्पी कलेक्शंस” लॉन्च कर रहे हैं जो वाइब्रेंट और प्लेफुल डिजाइन्स पर फोकस करते हैं। साथ ही, लोग पुराने कपड़ों को अपसाइकिल करके भी इस ट्रेंड का हिस्सा बन रहे हैं, जो सस्टेनेबिलिटी को भी बढ़ावा देता है। तो अगली बार जब आप वॉर्डरोब खोलें तो एक बार ये ज़रूर सोचिएगा कि कौन सा रंग आपको खुशी देता है और किस तरह के कपड़ों में आप बेहतर महूसस करते हैं।


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Shruty Kushwaha

Shruty Kushwaha

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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