Eye Care: आंखें हमारे शरीर का एक महत्वपूर्ण अंग हैं, जो हमें दुनिया को देखने में मदद करती हैं। लेकिन आजकल की व्यस्त जीवनशैली और डिजिटल स्क्रीन के अत्यधिक उपयोग के कारण, आंखों पर काफी दबाव पड़ता है, जिससे धुंधलापन, थकान और अन्य समस्याएं हो सकती हैं। इन समस्याओं से बचने के लिए, योग एक बेहतरीन उपाय हो सकता है। योग में कुछ आसान मुद्राएं हैं जो आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाने, रक्त संचार बढ़ाने और आंखों को स्वस्थ रखने में मदद करती हैं। आइए जानते हैं कुछ ऐसी ही योग मुद्राओं के बारे में, जिन्हें आप रोजाना 5 मिनट करके अपनी आंखों की रोशनी मजबूत कर सकते हैं।
प्राण मुद्रा कैसे करें
1. आप कुर्सी पर बैठ सकते हैं, पालथी लगा सकते हैं या ज़मीन पर भी बैठ सकते हैं। अपनी रीढ़ की हड्डी को सीधा रखें और अपने कंधों को आराम दें।
2. अपनी हथेलियों को सामने लाएं और अपनी उंगलियों के सिरे को एक दूसरे से स्पर्श करें।
3. अपनी कनिष्ठा और अनामिका उंगली को मोड़ें और उन्हें अपने अंगूठे के सिरे से स्पर्श कराएं।
4. बाकी दो उंगलियां सीधी रखें।
5. अपनी हथेलियों को हल्का दबाव देते हुए, अपनी कोहनियों को थोड़ा मोड़ें।
6. आपकी हथेलियों का आकार एक कप जैसा होना चाहिए।
7. धीरे-धीरे अपनी आंखें बंद करें और गहरी, शांत सांसें लेना शुरू करें।
8. अपनी सांसों पर ध्यान केंद्रित करें और महसूस करें कि हवा नाक से अंदर आ रही है और मुंह से बाहर जा रही है।
प्राण मुद्रा के अनेक फायदे
यह मुद्रा आंखों की मांसपेशियों को मजबूत बनाती है, रक्त संचार बढ़ाती है, थकान कम करती है, धुंधलापन और सूखापन दूर करती है, और दृष्टि को मजबूत बनाए रखने में मदद करती है।
- यह तनाव, चिंता और अवसाद को कम करने में मददगार है। एकाग्रता और स्मरण शक्ति बढ़ाने में भी लाभकारी है।
- यह मुद्रा पूरे शरीर में ऊर्जा का संचार करती है, थकान दूर करती है और शरीर को तरोताजा बनाती है।
- यह पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करती है और कब्ज जैसी समस्याओं को दूर करने में भी लाभकारी है।
- यह रक्तचाप को नियंत्रित करने में मदद करती है और हृदय स्वास्थ्य के लिए भी लाभदायक है।
- यह अनिद्रा की समस्या को दूर करने और नींद की गुणवत्ता में सुधार लाने में मददगार है।
- यह सिरदर्द और माइग्रेन के दर्द को कम करने में भी लाभदायक है।
(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)