Grandparents Day : किसने मनाया ग्रैंडपेरेंट्स-डे, जानें आपके जीवन में दादा-दादी का महत्तव, पढें ये खास रिपोर्ट

Sanjucta Pandit
Updated on -

लाइफस्टाइल, डेस्क रिपोर्ट : किसी भी मनुष्य के जीवन में परिवार (Grandparents Day) का बहुत महत्तव होता है। परिवार एक समाज का गठन करता है। जिसमें माता-पिता, दादा-दादी, चाचा-चाचा और बच्चे शामिल होते हैं। लेकिन आजकल परिवार कई टुकड़ों में बंट गया है। जिसकी एक महत्तवपर्ण वजह महंगाई भी है। जिसके कारण शादी के बाद लोग छोटे परिवार में रहना पसंद करते हैं। जिसमें आमतौर पर अमूमन माता-पिता समेत बच्चे रहते हैं और दादा-दादी भी साथ रहते हैं। तो हम आपको Grandparents Day के अवसर पर दादा-दादी के महत्तव को समझाएंगे। जिन्हें सम्मान देने के इस दिन को उनके नाम किया गया है।

यह भी पढ़ें – MP News : CM Shivraj जनजातीय महिलाओं को देंगे बड़ी सौगात, सीएम निवास में विधायकों संग बैठक कर करेंगे चुनावी रणनीतियों पर चर्चा

दरअसल दादा-दादी का किरदार किसी भी बच्चे के जीवन का अभिन्न अंग होता है। जब माता-पिता अपने बच्चों को समय नहीं दे पाते है तब दादा-दादी, माता और पिता की भुमिका निभाते हुए उनका ख्याल रखते हैं। बता दें कि किसी भी घर में जब नन्हें शिशु का जन्म होता है तो परिवार में सबसे ज्यादा खुश दादा और दादी ही होते हैं। जोकि बच्चे के आने से पहले उसके स्वागत की तैयारियां शुरू कर देते हैं। बेटा-बेटी के बड़े हो जाने के बाद और बुढ़ापे के अकेलेपन को शिशु अपनी किलकारियों से भर देता है। जिसके लिए वो लंबे समय से इंतजार कर रहे होते हैं।

यह भी पढ़ें – ब्रह्मास्त्र की सफलता से Alia Bhatt के चहरे पर दिखी खुशी, पैपराजी से इस बात के लिए मांगी माफी

अमूमन अपने नाती-पोतों को घुमाना, फिराना, नहलाना समेत दादी का बच्चे के लिए अपने हाथों से कपड़े बनाना, काजल लगाना, इत्यादि पसंद करते हैं। साफ शब्दों में कहें तो उन्हें अपने पोता-पोती के साथ समय बिताना ज्यादा अच्छा लगता है। ये पल उनके जिंदगी का बेहतरीन पल होता है। इस दौरान वो उन्हें अपने जीवन के अनुभवों से अवगत कराते हैं, जो आगे चलकर बच्चों के बहुत काम भी आता है। साथ ही समाज में चल रहे कार्यशैली से बच्चों को रुबरु कराते है। क्योंकि बच्चों का दिमाग छोटे उम्र में बहुत सार्प होता है। उस उम्र में वो बच्चों को अच्छी शिक्षा देकर उन्हें अपनी तरह और उनके माता-पिता की तरह आर्दशवादी बनाते हैं।

यह भी पढ़ें – Gold Silver Rate : चांदी भड़की, नहीं बदली सोने की कीमत, देखें आज का भाव

बता दें कि ग्रैंडपेरेंट्स-डे सबसे पहली बार साल 1970 में मनाया गया था। जिसे मैरियन मैकक्वाडे ने मनाया था। दरअसल मैरियन इस दिन को नेशनल हॉलीडे के रुप में बनाना चाहती थी, ताकि बच्चे अपनों के साथ समय बिता सके। जिसके बाद अमेरिका के राष्ट्रपति जिमी कार्टन ने 1979 में ग्रैंड पेरेंट्स-डे घोषित कर दिया। तब से लेकर आज तक यह दिन उन लोगों के लिए बेहद खास है जो अपने दादा-दादी के साथ अपना समय बिताना चाहते हैं।

यह भी पढ़ें – CG Weather: मानसून के साथ कई सिस्टम एक्टिव, इन जिलों में भारी बारिश की चेतावनी, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट


About Author
Sanjucta Pandit

Sanjucta Pandit

मैं संयुक्ता पंडित वर्ष 2022 से MP Breaking में बतौर सीनियर कंटेंट राइटर काम कर रही हूँ। डिप्लोमा इन मास कम्युनिकेशन और बीए की पढ़ाई करने के बाद से ही मुझे पत्रकार बनना था। जिसके लिए मैं लगातार मध्य प्रदेश की ऑनलाइन वेब साइट्स लाइव इंडिया, VIP News Channel, Khabar Bharat में काम किया है।पत्रकारिता लोकतंत्र का अघोषित चौथा स्तंभ माना जाता है। जिसका मुख्य काम है लोगों की बात को सरकार तक पहुंचाना। इसलिए मैं पिछले 5 सालों से इस क्षेत्र में कार्य कर रही हुं।

Other Latest News