क्या आपने खाई है गुलाबी इडली, सुबह के नाश्ते के लिए है बेस्ट, जानें रेसिपी

beetroot idli

Beetroot Idli: चुकंदर का सेवन करने से शरीर को अनेक फायदे मिलते हैं। लोग चुकंदर का सेवन कई प्रकार से करते हैं जैसे चुकंदर का सलाद, जूस, चटनी आदि। लेकिन क्या आपने कभी चुकंदर की इडली खाई है। जी हां, बिल्कुल सही सुना आपने, चुकंदर की इडली जिसे गुलाबी इडली भी कहा जाता है। यह जितनी स्वादिष्ट लगती है उतनी ही यह पोषण से भरपूर होती है। आमतौर पर लोग सूजी से बनी इडली खाते हैं और बनाते हैं। लेकिन आज हम आपको इस लेख के द्वारा यूनिक इडली यानी चुकंदर इडली बनाने की रेसिपी बताने जा रहे हैं। चुकंदर इडली नाश्ते में बेस्ट ऑप्शन साबित हो सकती है इसे बनाने में ज्यादा समय नहीं लगता है और यह खाने में बहुत स्वादिष्ट लगती है तो चलिए जानते हैं, कैसे बनाई जाती है चुकंदर इडली।

जानें, कैसे बनाई जाती है चुकंदर इडली

चुकंदर इडली बनाने की रेसिपी:

1 कप चावल
1/2 उड़द दाल
1/2 चुकंदर कद्दूकस किया हुआ
1 कप दही
1/2 बेकिंग सोडा या ईनो
नमक स्वादानुसार
पानी आवश्यकतानुसार

चुकंदर इडली बनाने की रेसिपी

1. स्वादिष्ट चुकंदर इडली बनाने के लिए सबसे पहले चावल और दाल को अलग-अलग धोएं और कम से कम 4 से 5 घंटे के लिए पानी में भिगो दें।

2. चार-पांच घंटे पूरे होने के बाद चावल का पानी निकालें और मिक्सर जार में पीसकर एक चिकना बैटर बना लें। अगर बैटर गाढ़ा है, तो उसमें थोड़ा सा पानी मिलाएं और एक पतले पेस्ट की तरह बनाएं। फिर यही प्रक्रिया दाल के लिए दोहराएं।

3. अब एक बड़ा कटोरा लें और उसमें डाल और चावल के बैटर को एक साथ मिलाएं। मिलाते समय बैटर में बेकिंग सोडा या ईनो,दही नमक डाल लें।

4. इसके बाद मिलाएं गए बैटर में कद्दूकस किया हुआ चुकंदर डालें और चम्मच से अच्छी तरह फेटें। अब आप देखेंगे कि बैटर गुलाबी रंग का हो गया है।

5. अब इस बैटर को प्लेट से ढककर रात भर रखें। रात भर रखने से यह बैटर इडली बनाने लायक हो जाएगा। फिर इसके बाद इडली की प्लेट पर तेल की परत लगाएं। इसके बाद बटर को इडली की प्लेट में डालें।

6. मध्यम आंच पर सांचे को रखें। फिर जब इडली अच्छे से पक जाए तब गैस बंद कर दें। अगर समय की बात की जाए तो 15 से 20 मिनट इडली पकाने के लिए काफी है।

7. इस तरह चुकंदर की इडली बनकर तैयार हो चुकी है। अब आप इसे चटनी, सांभर या अपनी पसंद की किसी भी चीज के साथ खा सकते हैं।


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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