Headaches : आजकल की बदलती जीवनशैली में स्क्रीन टाइम, अधिक काम और तनाव के कारण सिरदर्द की समस्या बहुत आम हो गई है। यह अक्सर दिनभर की थकान, हाई बल्ड प्रेशर और बाधाओं के कारण होता है। हालांकि, इसे नजरअंदाज नहीं किया जाना चाहिए, क्योंकि कुछ समय इस दर्द के पीछे गंभीर समस्याओं का होना भी हो सकता है। यदि सिरदर्द बार-बार हो रहा है या बहुत अधिक हो रहा है, तो तुरंत अपना चेकअप करवाएं। तो चलिए आज के आर्टिकल में हम आपको सिरदर्द के कुछ प्रकार और लक्षण बताएंगे। आइए जानते हैं विस्तार से…
इन समस्याओं का हो सकता है संकेत
- माइग्रेन के दर्द के साथ उल्टी और मितली की समस्या हो सकती है। यह आमतौर पर माइग्रेन के एक संकेत होता है। अगर आपको बार-बार ऐसी समस्या हो रही है, तो डॉक्टर को अवश्य दिखाएं। वहीं, उल्टी की वजह से डिहाइड्रेशन होने की संभावना होती है, इसलिए पर्याप्त पानी पीएं।
- अगर आपको तेज सिरदर्द के साथ फीवर, गले में अकड़न, सुस्ती और रैशेज जैसे लक्षण हैं, तो यह मेनिंजाइटिस जैसी गंभीर समस्या का संकेत हो सकता है। ऐसी परिस्थति में सेल्फ मेडिकेशन से बचें। बिना डॉक्टर की सलाह के कोई भी दवा न लें। यह आगे चलकर आपके लिए जानलेवा भी साबित हो सकता है।
- अगर कमजोर इम्युनिटी वाले व्यक्ति को सिरदर्द होता है और उन्हें भूख नहीं लगती है, तो यह कमजोरी और खाली पेट होने के कारण चक्कर आ सकते हैं। इसके अलावा, यदि हाल ही में सिर पर चोट लगी हो और तेज सिरदर्द के साथ चक्कर आ रहे हों, तो इसे दिमाग में चोट का लक्षण या ब्रेन इंजरी माना जाता सकता है।
- अगर किसी को कंफ्यूजन, भटकाव, शारीरिक असंतुलन, कमजोरी, चलने और खड़े रहने में दिक्कत, बोलने में दिक्कत या लड़खड़ाती जुबान के साथ सिरदर्द होता है, तो यह स्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं। इस स्थिति को हल्के में नहीं लेना चाहिए, बल्कि तुरंत डॉक्टर से संपर्क करना चाहिए।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)