कैसे करे परीक्षा की तैयारी ? .. जाने इस बारे में क्या कहता है ज्योतिष शास्त्र

Manisha Kumari Pandey
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भोपाल , डेस्क रिपोर्ट। एमपी बोर्ड सहित सीबीएसई (CBSE)  एवं अन्य राज्य बोर्ड के एग्जाम शुरू होने वाले हैं । जिससे छात्रों को और उनके अभिभावकों को परीक्षा की चिंता सताने लगी है । आज की हमारी यह खबर परीक्षा की तैयारियों को लेकर ही है , यह खबर आपको बताएगी कि ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक एग्जाम के लिए क्या उपाय बताए गए हैं।  वैसे तो परीक्षा के परिणाम हमेशा विद्यार्थी के परिश्रम और तैयारियों पर निर्भर होते हैं,  लेकिन भाग्य का भी अच्छा होना बहुत जरूरी होता है । यदि  विद्यार्थी का भाग्य खराब हो तो,  कभी-कभी मेहनत भी विफल हो जाती है। पास होने के पीछे मेहनत के साथ- साथ भाग्य कि  भी अहम भूमिका होती है। ज्योतिष शास्त्र के मुताबिक परीक्षा में पास होने के लिए परीक्षा के 5 दिन पहले से मीठी दही का सेवन शुरू कर देना चाहिए और परीक्षा की तैयारियां शुरू करने से पहले सरस्वती मां का एक चित्र अपने कमरे में जरूर लगाना चाहिए और धूप और कपूर से उनकी पूजा भी  करनी चाहिए। सूर्य भगवान की पूजा करने से भी अच्छे परिणाम प्राप्त होने की संभावनाएं होती हैं। ज्योतिष शास्त्र परीक्षा में अच्छे परिणाम लाने के लिए सरस्वती मां का यंत्र पहनने की सलाह देता है।

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खानपान का  हमारे जीवन में बहुत ही ज्यादा महत्व होता है । ज्योतिष शास्त्र के अनुसार परीक्षा  देने के लिए बाहर निकलने से पहले हमेशा दही- मिश्री खाकर निकलना चाहिए और सुबह उठकर नहाकर 108 बार गायत्री मंत्र का जाप भी करना चाहिए।   तो वहीं भगवान गणेश को लड्डू का भोग लगाना भी शुभ होता है । कौवे को रोटी खिलाने और पानी में हल्दी मिलाकर स्नान करने तथा बड़ों का आशीर्वाद लेने से भी परीक्षा में अच्छे परिणाम प्राप्त होते हैं।  ज्योतिषशास्त्र की मानें तो यदि परीक्षा सोमवार को पड़े तो भगवान शिव की पूजा जरूर करनी चाहिए ।  हनुमान जी को गुड़ और चने का भोग लगाना भी बहुत अच्छा होता है । माथे पर केसर का टीका लगाना और सफेद रंग के वस्त्र पहनना भी बहुत शुभ माना जाता है । यदि परीक्षा शनिवार को तो शनि महाराज की पूजा करना और अपने जेब में राई रखकर परीक्षा देना अच्छा होता है । परीक्षा की तैयारी के दौरान अपने स्टडी टेबल को साफ- सुथरा रखना बहुत ही ज्यादा जरूरी होता है। बाकी छात्रों को सभी ज्योतिष उपायों के  साथ- साथ पढ़ाई करना और बार-बार अपने पढ़े हुए चीजों को रिवाइज करना भी बहुत अनिवार्य होता है।

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