Indore News: मामूली बात को लेकर चाकू से कर दी हत्या, पुलिस ने 3 आरोपियों को लिया हिरासत में

पुलिस के मुताबिक मामूली बात को लेक विवाद हुआ था, जिसके बाद तीनों आरोपियों ने युवक की चाकू से हमला कर मौत के घाट उतार दिया।

Shashank Baranwal
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Indore News: मध्य प्रदेश की इंदौर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिली है। बीती रात तीन आरोपियों ने मामूली बात को लेकर हत्या की घटना को अंजाम दिया था, जिसके बाद पुलिस ने मामला दर्ज करते हुए त्वरित कार्रवाई करते हुए मुकदमा दर्ज करते हुए तीनों आरोपियों को हिरासत में ले लिया है। वहीं, इसके बाद पुलिस आगे की कार्रवाई कर रही है।

चाकू बाजी में ही हुई हत्या

बीती रात इंदौर के एरोड्रम थाना इलाके में तीन बदमाशों ने चाकू बाजी करते हुए एक व्यक्ति को मौत के घाट उतार दिया था। घटना की जानकारी देते हुए एडिशनल डीसीपी आलोक शर्मा ने बताया कि नीरज, धीरज और संजय नामक व्यक्ति ने इस घटना को अंजाम दिया है। इस दौरान चाकू बाजी में सुरेंद्र कुशवाहा नामक व्यक्ति की मौत हो गई है।

मामले में आगे साक्ष्य जुटाए जा रहे

विवाद को लेकर आलोक शर्मा ने कहा कि मृतक और आरोपी संजू घूमने के लिए बाजार में निकले थे। घूमते-घूमते किसी बात को लेकर संजू और मृतक में विवाद हो गया और बाद में तीनों आरोपी मृतक सुरेंद्र के घर आए और बाहर से खड़े होकर गालियां बकने लगे। मृतक जैसे ही घर से बाहर निकला संजू ने उस पर चाकू से हमला कर दिया। इसके साथ ही तीनों ने मिलकर उसके साथ मारपीट भी की। घटना में शामिल तीनों आरोपियों को पुलिस ने राउंड अप कर लिया है और अब मामले में आगे साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं।

इंदौर से शकील अंसारी की रिपोर्ट


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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