छत से टपकते पानी से इन तरीको से पा सकते है छुटकारा, जानिए 5 आसान और असरदार तरीके जो घर को सीलन से बचाएंगे!

मॉनसून में छत से पानी टपकने की समस्या से परेशान हैं? इन 5 आसान तरीकों से छत को लीक-प्रूफ बनाएं। वॉटरप्रूफिंग, ड्रेनेज और छोटे उपायों से घर को सीलन और नुकसान से बचाएं। जानें कैसे सस्ते और कारगर तरीकों से बारिश का मजा लें।

मॉनसून की बारिश भले ही सुकून देती हो, लेकिन छत से टपकता पानी घरवालों के लिए सिरदर्द बन जाता है। दीवारों पर सीलन, पेंट का उखड़ना और मोल्ड की समस्या आम हो जाती है। लेकिन सही समय पर छोटे-छोटे उपाय करके आप अपने घर को सुरक्षित रख सकते हैं। ये आसान तरीके न सिर्फ छत की टपकन रोकते हैं, बल्कि आपके घर को लंबे समय तक मजबूत बनाए रखते हैं।

छोटी दरारें, टूटी टाइल्स या खराब गटर बारिश में बड़ी मुसीबत बन सकते हैं। अगर इन्हें नजरअंदाज किया, तो दीवारों में पानी रिसने से ढांचा कमजोर हो सकता है। सही वॉटरप्रूफिंग, नियमित जांच और ड्रेनेज की सफाई से आप इन परेशानियों से बच सकते हैं। ये तरीके सस्ते और कारगर हैं, जिन्हें आप मॉनसून से पहले या उसके दौरान आसानी से अपना सकते हैं। आइए जानें कैसे अपने घर को बारिश के नुकसान से बचाएं।

छत की जांच करें, छोटी समस्याएं पकड़ें

टूटी टाइल्स, दरारें या कमजोर फ्लैशिंग को ढूंढें। जमा पत्तियां, मलबा या गंदगी हटाएं, क्योंकि ये पानी को रोककर लीक का कारण बनते हैं। अटारी में पानी के दाग या नमी के निशान देखें। टॉर्च की मदद से लीक की जगह पकड़ें, क्योंकि पानी अक्सर बीम के रास्ते दूर तक जाता है। छोटी समस्याओं को जल्दी ठीक करने से बड़ा नुकसान टल सकता है। प्रोफेशनल ठेकेदार से सालाना इंस्पेक्शन करवाएं।

गटर और ड्रेनेज को रखें साफ

जमा पानी टपकन का सबसे बड़ा कारण है। गटर और ड्रेन पाइप को नियमित रूप से साफ करें, ताकि बारिश का पानी आसानी से निकल जाए। पत्तियां, टहनियां या मिट्टी गटर को ब्लॉक कर सकती हैं, जिससे पानी छत पर रुककर दरारों में रिसने लगता है। मॉनसून से पहले गटर की सफाई जरूरी है। अगर आपके घर के आसपास पेड़ हैं, तो उनकी टहनियों को काट लें। सही ड्रेनेज सिस्टम सीलन और मोल्ड की समस्या को जड़ से खत्म करता है।

वॉटरप्रूफिंग से करें छत को मजबूत

वॉटरप्रूफिंग छत को बारिश से बचाने का सबसे अच्छा तरीका है। हाई-क्वालिटी वॉटरप्रूफ कोटिंग, जैसे Dr. Fixit या Berger Paints के प्रोडक्ट्स, छत पर एक मजबूत परत बनाते हैं। ये पानी को रिसने से रोकता है। पुरानी छतों में ये खासतौर पर जरूरी है, क्योंकि समय के साथ कंक्रीट छिद्रयुक्त हो जाता है। कोटिंग से पहले छत को अच्छे से साफ करें और दरारों को सीलेंट से भरें। प्रोफेशनल वॉटरप्रूफिंग सर्विस 5-7 साल तक सुरक्षा दे सकती है। मॉनसून शुरू होने से पहले ये काम करवाएं।

टूटी टाइल्स और फ्लैशिंग की मरम्मत

टूटी टाइल्स और फ्लैशिंग (चिमनी या वेंट के आसपास की धातु) बारिश में लीक का बड़ा कारण बनते हैं। ढीली या टूटी टाइल्स को तुरंत बदलें, क्योंकि ये पानी को अंदर आने देती हैं। फ्लैशिंग में जंग या छेद हो, तो उसे वॉटरप्रूफ सीलेंट या नई धातु से रिपेयर करें। छोटी मरम्मत के लिए DIY सीलेंट या टेप इस्तेमाल करें, लेकिन सतह को साफ और सूखा रखें। बड़ी समस्याओं के लिए प्रोफेशनल की मदद लें, ताकि टाइल्स सही ढंग से लगें और भविष्य में लीक न हो।

वेंटिलेशन को बेहतर करें

नमी जमा होने से छत को नुकसान होता है। खराब वेंटिलेशन मोल्ड और सड़न का कारण बनता है। रूफ वेंट्स या सोफिट वेंट्स लगवाएं, ताकि नम हवा बाहर निकल सके। ये छत की उम्र बढ़ाता है और सीलन को रोकता है। मॉनसून के दौरान अटारी में पानी के दाग या गीलेपन की जांच करें। अगर वेंटिलेशन सिस्टम नहीं है, तो प्रोफेशनल से सलाह लें। सही वायु प्रवाह आपके घर को बारिश के मौसम में सूखा और सुरक्षित रखता है।

तुरंत अस्थायी उपाय अपनाएं

अगर बारिश के बीच में छत टपकने लगे, तो फटाफट अस्थायी उपाय करें। लीक वाली जगह के नीचे बाल्टी रखें, ताकि पानी फर्श पर न फैले। छत पर वॉटरप्रूफ टार्प या प्लास्टिक शीट बिछाएं और इसे रस्सी या भारी चीजों से बांध दें। ये बारिश रुकने तक घर को बचाएगा। छोटी दरारों के लिए वॉटरप्रूफ टेप या सीलेंट का इस्तेमाल करें। लेकिन ये सिर्फ अस्थायी समाधान है। बारिश थमने के बाद प्रोफेशनल से स्थायी मरम्मत करवाएं, ताकि बड़ा नुकसान न हो।


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Ronak Namdev

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मैं रौनक नामदेव, एक लेखक जो अपनी कलम से विचारों को साकार करता है। मुझे लगता है कि शब्दों में वो जादू है जो समाज को बदल सकता है, और यही मेरा मकसद है - सही बात को सही ढंग से लोगों तक पहुँचाना। मैंने अपनी शिक्षा DCA, BCA और MCA मे पुर्ण की है, तो तकनीक मेरा आधार है और लेखन मेरा जुनून हैं । मेरे लिए हर कहानी, हर विचार एक मौका है दुनिया को कुछ नया देने का ।

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