Sat, Dec 27, 2025

अजब-गजब: इस जगह सरकार ने मरने पर लगा रखा है बैन, पिछले 70 सालों में नहीं हुई एक भी मौत

Written by:Sanjucta Pandit
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अजब-गजब: इस जगह सरकार ने मरने पर लगा रखा है बैन, पिछले 70 सालों में नहीं हुई एक भी मौत

लाइफस्टाइल, डेस्क रिपोर्ट | इस दुनिया में एक से बढ़कर एक अनोखी जगह है, जिनके बारे में ऐसी ऐसी जानकारी है जिस पर लोग आसानी से भरोसा नहीं कर पाते। 21वीं सदी में लोग इतने मॉडर्न हो चुके हैं कि उनका ऐसी बातों पर भरोसा करना बेहद मुश्किल होता है लेकिन ऐसी बातों पर गौर फरमाना बेहद आवश्यक है कि इसके पीछे क्या वजह है, उस वजह को जानने की इच्छा होनी चाहिए। तो चलिए आज हम विश्व के एक ऐसी जगह के बारे में आपको बताएंगे जहां 70 सालों से कोई भी इंसान मरा नहीं है। जी हां, यह बात आपको हैरान कर देने वाली जरूर है लेकिन यह बिल्कुल सत्य है, तो आइए जानते हैं आखिर वह कौन सी जगह है जहां पिछले 70 दशक से एक इंसान नहीं मारा।

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अनोखी जगह का नाम नॉर्वे जोकि प्रसिद्ध टूरिस्ट प्लेस में शामिल है। इस देश में लॉन्ग इयरबेन नाम का एक स्थान है जहां कोई भी इंसान पिछले 7 दशकों से नहीं मरा है। दरअसल, इस देश में मई महीने से लेकर जुलाई महीने के आखिरी तक सूर्य अस्त नहीं होता। जिसके कारण यहां रात नहीं होती जो अपने आप में अविश्वसनीय बात है। यहां पर लगातार 76 दिनों तक दिन रहता है। बता दें कि नार्वे के उतरी ध्रुव में स्थित लॉन्ग इयरबेन में सालभर भीषण ठंड पड़ती है जिसकी वजह से यहां पर शव सड़ नहीं पाता है। जिसको गंभीरता से लेते हुए प्रशासन ने कुछ नियम-कानून बना रखे हैं। प्रशासन ने एक ऐसा कानून बना रखा है कि जिसमें लोग बंधे हुए हैं। दरअसल उस कानून के तहत कोई भी मर नहीं सकता, यहां मरने पर प्रशासन ने बैन लगा रखी है।

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अब आपके मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि क्या सच में यहां इतने सालों में एक भी व्यक्ति नहीं मारा और अगर नहीं तो कैसे क्या चमत्कार है, तो चलिए इसके पीछे की वजह भी अब हम आपको बताते हैं इस शहर में ज्यादातर ईसाई धर्म के लोग रहते हैं।

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दरअसल, यह बात साल 1917 की है जब यहां एक शख्स की मौत इनफ्लुएंजा के कारण हो गई थी। जिसे वहां उसके परिवार वालों ने लॉन्ग इयरबेन में ही दफन कर दिया था, लेकिन उसके शव में अभी तक इनफ्लुएंजा के वायरस है और यही वजह है कि प्रशासन ने यहां पर किसी के भी मरने पर रोक लगा दी है ताकि शहर को किसी भी महामारी से बचाया जा सके। बता दें कि इस अनोखे शहर में लगभग 2 हजार लोग रहते हैं और अगर यहां कोई व्यक्ति बीमार पड़ता है तो उसे फौरन प्लेन से दूसरे स्थान पर पहुंचा दिया जाता है और मौत के बाद उसी जगह उस व्यक्ति का अंतिम संस्कार कर दिया जाता है।

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Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग-अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।