घर की इन जगहों पर होता है राहु का वास, दिवाली से पहले इस तरह कर लें कमाई, धनहानि से बचना होगा आसान

Shashank Baranwal
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Diwali 2023

Diwali 2023: दिवाली से पहले घर की साफ सफाई का सिलसिला हर घर में शुरु हो ही जाता है। जिसका एक उद्देश्य ये भी होता है कि सफाई ऐसी हो कि दिवाली के शुभ अवसर पर मां लक्ष्मी प्रसन्न हों और घर में धनवर्षा हो। इस उम्मीद के साथ भी सफाई के लिए ज्यादा से ज्यादा जतन किए जाते हैं। घर का किचन, आंगन, एक-एक कमरा और हर कमरे का हर कोना पूरी मेहनत से साफ किया जाता है। लेकिन घर की कुछ और जगह ऐसी होती हैं जिनकी सफाई बेहद जरूरी है। जहां गंदगी होने से राहु का प्रभाव बढ़ सकता है, धनहानि के अलावा और भी समस्याएं हो सकती हैं।

कौन सी हैं वो जगह?

पूरे घर की सफाई करते समय अपने घर के बाथरूम, शौचालय और सीढ़ियों को चमकाना बिलकुल न भूलें, वास्तुशास्त्र के अनुसार इन सभी जगहों को राहु का स्थान माना जाता है। दिवाली से पहले इन तीनों ही जगहों की भरपूर सफाई की जानी चाहिए। इन तीनों ही जगहों पर ज्यादा गंदगी, टूटी या उखड़ी हुई टाइल्स, मकड़ी के जाले जैसी चीजें दिखें तो पूरी तरह से सफाई करनी चाहिए। ऐसा न होने पर ये चीजें राहु के प्रभाव में वृद्धि का कारक मानी जाती हैं।

क्या होती हैं समस्याएं?

राहु का प्रभाव बढ़ने से घर में धनहानी हो सकती है या खर्च बढ़ सकता है। इसके अलावा घर में आपसी कलह बढ़ सकती है। आपस में तनाव, अनबन जैसी शिकायतें हो सकती हैं। हो सकता है कि आपके बच्चे का पढ़ाई में मन भी न लगे। सीढ़ियां अगर टूटी हुई होती हैं तो घर में धन का टिकना मुश्किल होता है। परिवार वालों के स्वास्थ्य पर भी इसका असर पड़ सकता है।

दिवाली पर क्या करें?

ज्योतिष में पाप ग्रह माने जाने वाले राहु की वजह से जीवन में मुसीबतें बढ़ने लगती हैं और परेशानियां भी ज्यादा होती हैं। इससे बचने के लिए दिवाली पर घर की सफाई के साथ-साथ टॉयलेट की भी पूरी तरह से सफाई करें। सीढ़ियों को भी साफ रखें और टूट फूट दिखे तो उसे ठीक करवा लें। इसके अलावा शिव चालीसा का पाठ करें। दिवाली के दिन से कुछ ही दिन पहले से टॉयलेट में कपूर जलाकर भी रखें।

(Disclaimer: यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता है)


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पत्रकारिता उन चुनिंदा पेशों में से है जो समाज को सार्थक रूप देने में सक्षम है। पत्रकार जितना ज्यादा अपने काम के प्रति ईमानदार होगा पत्रकारिता उतनी ही ज्यादा प्रखर और प्रभावकारी होगी। पत्रकारिता एक ऐसा क्षेत्र है जिसके जरिये हम मज़लूमों, शोषितों या वो लोग जो हाशिये पर है उनकी आवाज आसानी से उठा सकते हैं। पत्रकार समाज मे उतनी ही अहम भूमिका निभाता है जितना एक साहित्यकार, समाज विचारक। ये तीनों ही पुराने पूर्वाग्रह को तोड़ते हैं और अवचेतन समाज में चेतना जागृत करने का काम करते हैं। मशहूर शायर अकबर इलाहाबादी ने अपने इस शेर में बहुत सही तरीके से पत्रकारिता की भूमिका की बात कही है–खींचो न कमानों को न तलवार निकालो जब तोप मुक़ाबिल हो तो अख़बार निकालोमैं भी एक कलम का सिपाही हूँ और पत्रकारिता से जुड़ा हुआ हूँ। मुझे साहित्य में भी रुचि है । मैं एक समतामूलक समाज बनाने के लिये तत्पर हूँ।

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