Vishwakarma Jayanti 2022 : विश्वकर्मा जयंती पर बन रहे हैं 5 अद्भुत संयोग, इस तरह करें पूजा

भोपाल, डेस्क रिपोर्ट। आज विश्वकर्मा जयंती (Vishwakarma Jayanti 2022) है। भगवान विश्वकर्मा को देवताओं का शिल्पकार माना जाता है। उन्हें विश्व का निर्माता और संसार का पहला इंजीनियर भी कहा जाता है। उनका जन्म अश्विन माह की कन्या संक्राति को हुआ था। आज के दिन फैक्ट्री, ऑफिस और कारखानों में पूजा की जाती है। मशीन और औज़ारों की भी पूजा होती है। सीएम शिवराज सिंह चौहान ने विश्वकर्मा जयंती पर शुभकामनाएं देते हुए कहा ‘भगवान विश्वकर्मा,प्रदेश के नवनिर्माण व जनकल्याण के समस्त संकल्पों की सिद्धि के लिए नव ऊर्जा व अथक कार्य करने की सामर्थ्य प्रदान करें तथा सबका मंगल और कल्याण करें, यही कामना करता हूं।’

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ये त्योहार मुख्य रूप से कारखानों और औद्योगिक क्षेत्रों में मनाया जाता है। इंजीनियर, वास्तु समुदाय, कारीगरों, शिल्पकारों, यांत्रिकी, स्मिथ, वेल्डर द्वारा इस दिन पूजा की जाती है। इस दिन श्रमिक विभिन्न मशीनों के सुचारू संचालन के लिए प्रार्थना करते हैं। इस साल विश्वकर्मा जयंती पर अमृत सिद्धि योग, द्विपुष्कर योग, रवि योग, सर्वार्थ सिद्धि योग व सिद्धि योग..ऐसे पांच अद्भुत संयोग बन रहे हैं। आज सूर्य कन्या राशि में प्रवेश करेंगे। आज विश्वकर्मा जयंती के साथ कन्या संक्रांति (Kanya Sankranti 2022) भी मनाई जा रही है।

आज के दिन सुबह जल्दी उठकर भगवान विश्वकर्मा की पूजा की जाती है। सुबह जल्दी उठकर स्नान कर साफ वस्त्र पहनें और फिर घर के पूजाघर में भगवान विश्वकर्मा की मूर्ति या तस्वीर पर माला चढ़ाए। तिलक लगाकर पूजा करें और फिर उन्हें भोग लगाएं। इसी के साथ अगर आपके घर में कोई औजार या मशीन है तो उसकी भी पूजा की जानी चाहिए। आखिर में भगवान विश्वकर्मा की आरती करें और प्रसाद ग्रहण करें।


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श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

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