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Fri, Dec 5, 2025

दिवाली पर अपने पेट्स का ऐसे रखें ख्याल, अपनाएं ये आसान टिप्स

Written by:Sanjucta Pandit
दिवाली की तेज आवाजें और रोशनी पालतू जानवरों को डरा सकती हैं। इसके लिए आपको कुछ बातों का ध्यान रखना जरूरी है। थोड़ी समझदारी से आप अपने पेट की दिवाली भी प्यार और सुकून से भर सकते हैं।
दिवाली पर अपने पेट्स का ऐसे रखें ख्याल, अपनाएं ये आसान टिप्स

आज देशभर में दिवाली की रौनक है। हर गली, हर मोहल्ला, हर घर रात को दीपों की रोशनी से जगमगा उठेगा। मिठाइयों की खुशबू, रंगोली की सजावट और पटाखों की आवाज हर तरफ सुनाई दे रही है। लोग अपने परिवार और दोस्तों के साथ खुशियां बांट रहे हैं, लेकिन जहां यह त्योहार इंसानों के लिए खुशियों से भरा होता है, वहीं हमारे प्यारे पालतू जानवरों कुत्तों और बिल्लियों के लिए डर और बेचैनी का समय बन जाता है। तेज पटाखों की आवाज, चमकती रोशनी और भीड़भाड़ का माहौल उन्हें परेशान कर देता है।

ऐसे में यदि आप चाहते हैं कि इस दिवाली अगर आप चाहते हैं कि आपका प्यारा पेट भी चैन से सो सके और डर न जाए, तो इन बातों का ध्यान रखना बेहद जरूरी है। आज के आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में जानकारी देने वाले हैं।

पहले से करें तैयारी

दिवाली से कुछ दिन पहले से ही अपने पेट को पटाखों की आवाज के लिए थोड़ा-थोड़ा तैयार कर लेना चाहिए। इसके लिए मोबाइल पर हल्के शोर या पटाखों की रिकॉर्डिंग धीरे-धीरे चला सकते हैं और हर दिन उसका वॉल्यूम थोड़ा बढ़ाएं। ऐसा करने से आपका पेट उस आवाज का आदी बनने लगेगा। लेकिन याद रखें यह काम कभी भी जबरदस्ती न करें। अगर वह बेचैन या डरता हुआ लगे, तो तुरंत आवाज बंद कर दें।

घर में सेफ जोन

पटाखों का शोर शुरू होते ही घर में एक ऐसा कोना बना लें, जहां ज्यादा आवाज न पहुंचे। एक छोटा कमरा चुनें, जिसमें दरवाजा बंद हो, खिड़कियां ढकी हों और हल्की लाइट जल रही हो। वहां अपने पेट का बिस्तर, उसका मनपसंद खिलौना और पानी रखें। अगर आपका कुत्ता या बिल्ली आपकी खुशबू से सुकून पाता है, तो वहां अपनी पुरानी टी-शर्ट या कपड़ा रख दें। इससे उसे लगेगा कि आप उसके पास हैं और वह सुरक्षित महसूस करेगा।

बाहर न ले जाएं

दिवाली की रात या उसके अगले दिन पेट को टहलाने बाहर न ले जाएं। अचानक फूटते पटाखों की आवाज से वे डरकर भाग सकते हैं या सड़क पर हादसे का शिकार हो सकते हैं। अगर टहलाना जरूरी हो, तो सुबह या दोपहर का समय चुनें जब आसपास शांति हो। साथ ही उनके गले में एक आईडी टैग जरूर लगाएं, जिस पर आपका नाम और मोबाइल नंबर लिखा हो, ताकि अगर गलती से वह कहीं खो जाए तो आसानी से वापस मिल सके।

उनके खाने का रखें ध्यान

शोर और डर की वजह से कई पेट्स खाना छोड़ देते हैं। उन्हें जबरदस्ती खिलाने के बजाय हल्का, पसंदीदा और पचने वाला खाना दें। आप चाहे तो थोड़ा उबला हुआ चिकन या चावल दे सकते हैं। कुछ पेट्स को गर्म दूध भी सुकून देता है। ध्यान रखें दिवाली के समय मिठाई या चॉकलेट उनके लिए बिल्कुल सही नहीं है। ये चीजें उनके शरीर के लिए जहर साबित हो सकती हैं।

खुद भी रहें शांत

जानवर अपने मालिक के मूड को बहुत जल्दी पकड़ लेते हैं। अगर आप खुद घबराए हुए लगेंगे या बार-बार उसे शांत कराने की कोशिश करेंगे, तो उसका डर और बढ़ जाएगा। इसके बजाय खुद नॉर्मल रहें। मुस्कुराकर उससे बात करें, धीरे से उसके सिर पर हाथ फेरें। जब उसे लगेगा कि आप शांत हैं, तो वह भी खुद-ब-खुद रिलैक्स हो जाएगा।

मनाएं ग्रीन दिवाली

आजकल कई लोग ग्रीन दिवाली मनाने का संकल्प ले रहे हैं… यानि बिना शोर और धुएं के त्योहार। अगर आप सच में अपने पेट से प्यार करते हैं, तो इस साल ऐसा ही करें। तेज पटाखों की जगह दीयों, रंगोली, फूलों और लाइट्स से घर सजाएं। इससे आपके पेट को राहत मिलेगी, साथ ही आसपास के बुजुर्गों, बच्चों और पर्यावरण को भी सुकून मिलेगा।

(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है।)