Marriage Remedies : किसी भी वैवाहिक जीवन को शुरू करने से पहले लड़का और लड़की दोनों के आपसी तालमेल होना बेहद जरूरी माना जाता है। दोनों में विश्वास, प्यार और एक दूसरे के प्रति इज़्ज़त की भावना एक सुखद और खुशहाल जिंदगी की नींव तो ही रखता है लेकिन यह तब मुमकिन होगा जब इससे पहले की सारी रस्में बखुबी पूरी हो।
प्राचीन मान्यताओं के अनुसार, शादी से पहले दोनों की कुंडली, ग्रह, दोष इत्यादि देखना बहुत जरूरी होता है। कई बार इसी कारणवश विवाह में बार-बार अड़चनें पैदा होती है। जिस कारण आपकी शादी हर बार लग कर टूट जाती है। ऐसे में आज हम आपको कुछ ऐसे ज्योतिष उपाए बताने जा रहे हैं, जिससे आपकी इस समस्या का हल चुटकियों में हो जाएगा।
करें ये उपाय
- यदि आपके विवाह में लगातार अड़चनें आ रही है तो आप ज्यादातर पीले रंग का कपड़ा पहनें।
- विवाह के लिए यदि एक-दूसरे को देखने जा रहे हों तो घर से गुड खाकर जाएं। यह शुभ माना जाता है।
- हर रोज भगवान गणेश की पूजा-अर्चना करें।
- इसके अलावा, भगवान गणेश को मालपुए का भोग चढाएं। ऐसी मान्यता है कि ऐसा करने से भगवान जल्दी प्रसन्न हो जाते हैं और आपकी शादी जल्दी हो जाती है।
- हर रोज घर पर दुर्गा सप्तशति से अर्गलास्तोत्रम् का पाठ करें। इससे माता प्रसन्न होंगी और उनकी कृपा आपपर जल्दी पड़ेगी।
- यदि आपके कुंडली में ग्रहों का दोष हो तो आप 9 ग्रह यंत्रों को पूजास्थल पर रखें और नियमानुसार पूजा करें। इससे आपके दोष कटेंगें।
- सोमवार को अपने गले में गौरीशंकर रुद्राक्ष का माला धारण करें, जिससे आपकी बाधा जल्द खत्म होगी।
- हर गुरुवार को नहाने के पानी में हल्दी डालकर नहाएं।
- इसके अलावा, गुरुवार को केले के पेड़ के सामने घी का दीपक जलाएं। साथ ही, भगवान विष्णु की पूजा करें।
- नियमित तौर पर भगवान शिव व माता पार्वती की पूजा करें और खासकर सोमवार के दिन इनकी पूजन का विषेश लाभ प्राप्त होता है।
कुंडली मिलान जीवन पर डालते हैं प्रभाव
वास्तव में कुंडली मिलान एक प्राचीन वैज्ञानिक पद्धति है जो ज्योतिष शास्त्र में उपलब्ध है। जिसके अनुसार, एक व्यक्ति की कुंडली में उनकी जन्म तिथि, समय और स्थान के आधार पर उनके जीवन के विभिन्न पहलुओं को जाना जा सकता है। यह ग्रहों और नक्षत्रों के स्थान का विश्लेषण करता है जो व्यक्ति के जीवन पर प्रभाव डालते हैं।
कुंडली मिलान का उद्देश्य यह है कि यदि दो लोग विवाह के लिए मिलते हैं तो उनकी कुंडली में शादी के बाद दोषों या अनुकूलताओं की संभावना की जांच करना। इस जांच के आधार पर वे यह जान सकते हैं कि उनका विवाह सफल होगा या नहीं। वैदिक ज्योतिष के अनुसार, कुंडली में दोष होने से शादी में अड़चनें हो सकती हैं लेकिन इसका अर्थ यह नहीं है कि एक व्यक्ति जिसकी कुंडली में कुछ दोष हैं, उसे स्वयं को शादी से बाहर रखना चाहिए।
Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।