Negative Thoughts: नेगेटिव थिंकिंग से हो सकती है कई गंभीर बीमारियां, जानें कैसे करें इसे कंट्रोल

एक अध्ययन के अनुसार, ऐसे नकारात्मक विचार व्यक्ति के कॉन्फिडेंस को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे सेहत पर भी असर पड़ता है। इसीलिए हमें हमेशा नकारात्मक विचार से बचना चाहिए।

Rishabh Namdev
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Negative Thoughts: अक्सर जब हम अकेले बैठे होते हैं, तो हमारे दिमाग में अनेक नकारात्मक विचार (Negative Thoughts) आते हैं, जो हमारे कॉन्फिडेंस को कम कर सकते हैं और मानसिक स्वास्थ्य को प्रभावित कर सकते हैं, जिससे हमें अन्य दिक्कतों का सामना करना पड़ सकता है। दरअसल एक अध्ययन के अनुसार, ऐसे नकारात्मक विचार व्यक्ति के सामर्थ्य को भी प्रभावित कर सकते हैं, जिससे सेहत पर भी असर पड़ता है। इसीलिए आपने सुना होगा की ज्यादातर विशेषज्ञ हमें नकारात्मक विचार (Negative Thoughts) से दूर रहने की सलाह देते हैं।

बढ़ सकती है इससे दिल की धड़कन:

दरअसल हमेशा नकारात्मक विचारों में रहने से आपकी दिल की धड़कन बढ़ सकती है, जैसा कि अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी के शोध में बताया गया है।इसके साथ ही नकारात्मक विचारों में निरंतर रहने से मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव पड़ सकता है।

हाई ब्लड प्रेशर और पाचन तंत्र की समस्या:

शोध के मुताबिक नकारात्मक सोच वाले व्यक्ति के लिए हाई ब्लड प्रेशर की समस्या एक आम बात हो सकती है। वहीं इसके अलावा, नकारात्मक विचारों के कारण दिल से संबंधित खतरे भी बढ़ जाते हैं। जर्नल ऑफ हाइपरटेंशन के अनुसार, यह भी हो सकता है कि यह नकारात्मक मानसिकता भी पाचन तंत्र के लिए हानिकारक हो सकती है, क्योंकि इससे आंतों के संतुलन में बाधा आ सकती है। इसलिए, सकारात्मक मानसिकता बनाए रखना स्वास्थ्य के लिए जरूरी है और नकारात्मक सोच को कम करने के उपायों पर भी हमें ध्यान देना चाहिए।

थायरॉयड और पीठ दर्द की हो सकती है समस्या:

ज्यादा टेंशन लेने से व्यक्ति के थायरॉयड हार्मोन का स्तर बढ़ सकता है, जिससे थायरॉइड की समस्या पैदा हो सकती है। वहीं इसके कारण, वजन में बढ़ोतरी होती है और व्यक्ति मोटापे का शिकार हो सकता है। साथ ही, नकारात्मक विचारों के कारण चिंता, तनाव, और डिप्रेशन का सामना करना पड़ सकता है, जो पीठ में दर्द का कारण बन सकता हैं।

जानें कैसे करें निगेटिव विचारों पर कंट्रोल:

दरअसल नकारात्मक विचारों को नियंत्रित करने के लिए, योग और मेडिटेशन जैसे ध्यान के तकनीकों का इस्तेमाल करें। इसके साथ ही नेगेटिविटी से भरे वातावरण से बचने के लिए, अपने आस-पास के लोगों का चयन सावधानी से करें। इसके साथ ही मनोरंजन और दोस्तों के साथ समय बिताना भी अच्छा हो सकता है।

(Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।)


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मैंने श्री वैष्णव विद्यापीठ विश्वविद्यालय इंदौर से जनसंचार एवं पत्रकारिता में स्नातक की पढ़ाई पूरी की है। मैं पत्रकारिता में आने वाले समय में अच्छे प्रदर्शन और कार्य अनुभव की आशा कर रहा हूं। मैंने अपने जीवन में काम करते हुए देश के निचले स्तर को गहराई से जाना है। जिसके चलते मैं एक सामाजिक कार्यकर्ता और पत्रकार बनने की इच्छा रखता हूं।

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