Plant Care: पौधों को मिलीबग वायरस से बचाने के लिए करें 4 काम, इस तरह रखें ध्यान

Plant Care: मानसून का मौसम शुरू होते ही बगीचे में कीट-पतंगों का आतंक बढ़ जाता है। इनमें से सफेद कीड़े, जैसे मिलीबग और बरसाती कीड़े, पौधों के लिए खासतौर पर हानिकारक होते हैं। ये कीड़े पौधों से रस चूसकर उन्हें कमजोर करते हैं और धीरे-धीरे नष्ट कर देते हैं। लेकिन चिंता न करें! इन घरेलू नुस्खों से आप इन कीड़ों को आसानी से मार भगा सकते हैं और अपने पौधों को हरा-भरा बनाए रख सकते हैं।

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Plant Care: मानसून की राहतभरी बूंदें आते ही धरती हरी हो जाती है, पेड़-पौधे नई जान से भर उठते हैं। लेकिन इसी खुशनुमा मौसम में बगीचे में एक छिपा हुआ खतरा भी पनपने लगता है – सफेद मच्छरों जैसे दिखने वाले कीट, जिन्हें मिलीबग और बरसाती कीड़े के नाम से जाना जाता है। ये चिपचिपे कीड़े पौधों पर जमकर उनका रस चूसते हैं, जिससे पौधे कमजोर पड़ जाते हैं और धीरे-धीरे मर भी सकते हैं। परेशान होने की जरूरत नहीं है, इस मौसम में भी अपने पौधों को हरा-भरा और स्वस्थ रखना आसान है। कुछ आसान घरेलू नुस्खों और देखभाल के टिप्स अपनाकर आप इन हानिकारक कीड़ों से अपने बगीचे की रक्षा कर सकते हैं और पौधों को खिलते हुए देख सकते हैं।

पानी का हल्का छिड़काव

हल्के मिलीबग संक्रमण के लिए, पानी का हल्का छिड़काव एक कारगर उपाय हो सकता है। यह कीटों को पौधों से दूर धकेलने और उन्हें नष्ट करने में मदद करता है। एक स्प्रे बोतल में सादा पानी भर लें। पौधों को, खासकर उन जगहों पर जहां मिलीबग दिखाई दे रहे हैं, धीरे से स्प्रे करें। ध्यान रखें कि पौधों पर बहुत ज्यादा पानी न छिड़कें, क्योंकि इससे पत्तियां और तने सड़ सकते हैं।

रबिंग अल्कोहल

रबिंग अल्कोहल, खासकर 70% आइसोप्रोपिल वाला घोल, मिलीबग सहित बगीचे के कीड़ों को मारने में मदद करता है। प्रभावित क्षेत्रों पर अल्कोहल में डूबा हुआ कॉटन लगाएं, कीड़े मर जाएंगे। सावधानी से, पहले पत्तियों पर थोड़ा लगाकर टेस्ट करें कि कहीं वे जल तो नहीं रहीं।

पत्तियों को साफ़ करें

कीड़ों से बचाव के लिए पत्तों की सफाई अनिवार्य है। नियमित रूप से नम कपड़े से पत्तियों को पोछकर धूल, गंदगी और संभावित कीट अंडों को हटाएं. साथ ही, पौधों पर हल्का पानी का छिड़काव करें, खासकर पत्तियों के नीचे के हिस्से पर। यह न सिर्फ कीटों को दूर रखता है बल्कि पत्तों को हाइड्रेट भी रखता है। गौर करें, मानसून के दौरान मीलीबग को खाने वाले लाभकारी कीट प्रचुर मात्रा में होते हैं। इन प्राकृतिक नियंत्रकों का फायदा उठाएं और रासायनिक कीटनाशकों को छोड़ दें। इस सरल विधि से आप अपने पौधों को कीट-मुक्त और स्वस्थ बनाए रख सकते हैं।

नीम के तेल का स्प्रे

कीटनाशकों को अलविदा कहें, मिलीबग से प्राकृतिक रूप से निपटने के लिए नीम का तेल अपनाएं। यह बहुउपयोगी तेल कीड़ों के अंडों, लार्वा और वयस्क मिलीबग को खत्म कर देता है। साथ ही, नीम का तेल उनके खाने को रोकता है, जिससे वे भूख से मर जाते हैं. सबसे अच्छी बात, यह उनके प्रजनन को भी रोकता है। बस 1 लीटर पानी में 5 मिलीलीटर नीम का तेल और थोड़ा साबुन मिलाकर स्प्रे तैयार करें। पत्तियों, खासकर नीचे वाले हिस्से पर ध्यान दें। हर 7-10 दिन में दोहराएं।

(Disclaimer- यहां दी गई जानकारी सामान्य मान्यताओं के आधार पर बताई गई है। MP Breaking News इसकी पुष्टि नहीं करता।)

 

 

 

 

 

 

 

 


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भावना चौबे

भावना चौबे

इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं। मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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