घर पर आसानी से उगाएं ताजा स्ट्रॉबेरी, जानें सही तरीका, हर कोई करेगा वाहवाही

Plant Care: क्या आपको भी स्ट्रॉबेरी खाना बहुत पसंद है, क्या आप भी बार-बार बाजार से स्ट्रॉबेरी खरीद कर लाते हैं, ऐसे में क्यों ना इस बार घर पर ही स्ट्रॉबेरी का पौधा उगाया जाए, अगर आप चाहते हैं स्ट्रॉबेरी उगाना, तो इन आसान स्टेप्स को फॉलो कर सकते हैं।

Bhawna Choubey
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Plant Care: फलों को हमेशा सेहत के लिए बहुत फायदेमंद माना गया है। खासकर अगर बच्चों की पसंद की बात की जाए तो कुछ फल ऐसे होते हैं जो बच्चों को पसंद नहीं आते हैं जिनका नाम सुनकर और उन्हें देखकर वह नाक मुंह चढ़ाने लगते हैं। वहीं कुछ फल ऐसे भी होते हैं जिनके लिए बच्चे हमेशा जिद करते हैं कि उन्हें यही फल खाना है और यही फल खरीदना है, बच्चों के पसंदीदा फलों में से ही एक है स्ट्रॉबेरी।

स्ट्रॉबेरी का खट्टा-मीठा स्वाद न सिर्फ बच्चे बल्कि बड़ों को भी बहुत पसंद होता है। यही वजह है कि यह पसंदीदा फलों में अपनी जगह बनाकर रखती है। स्ट्रॉबेरी का इस्तेमाल कई प्रकार की चीजों को बनाने के लिए किया जाता है जिसे केक, आइसक्रीम या फिर स्मूदी।

स्ट्रॉबेरी का पौधा (Strawberry Plant Care)

बार-बार बाजार से स्ट्रॉबेरी खरीदना थोड़ा महंगा पड़ सकता है, इसलिए क्यों ना स्ट्रॉबेरी को अपने घर पर ही उगाया जाए। आपको शायद यह मुश्किल लग रहा होगा। लेकिन हम आपको बता दें, कि यह इतना भी मुश्किल नहीं है, बस कुछ आसान सी देखभाल करने के बाद आप अपने घर में आसानी से स्ट्रॉबेरी उगा सकते हैं।

कैसे उगाएं स्ट्रॉबेरी का पौधा

कैसा होना चाहिए गमला

सबसे अच्छी और खास बात यह है कि स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए आपको बहुत ज्यादा जगह है या फिर गार्डन की जरूरत नहीं है। आप एक छोटे से पॉट या फिर गमले में भी ढेर सारी स्ट्रॉबेरी उगा सकते हैं। ऐसे में आप अपने घर की छत, बालकनी या फिर आंगन में स्ट्रॉबेरी का पौधा लगा सकते हैं।

स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए सही पॉट का चयन करना बहुत जरूरी माना जाता है। ऐसा करने से न सिर्फ जगह की बचत होती है, बल्कि स्ट्रॉबेरी के पौधे को सही से ऑक्सीजन भी मिल पाता है।

पॉट या फिर गमले का आकार कुछ इस प्रकार होना चाहिए, जैसे 10-11 इंच गहरा और चौड़ा हो, ताकि स्ट्रॉबेरी की जड़ें अच्छे से फैल सके।

इसके अलावा गमले में जल निकासी के लिए एक छेद भी होना चाहिए, ताकि गमले में पानी इकट्ठा ना हो और जड़ें सड़ने से बच सकें। इस तरह के गमले का इस्तेमाल करने से स्ट्रॉबेरी का पौधा स्वस्थ और फलदायी रहेगा।

कैसी होने चाहिए मिट्टी

सही गमला चुनने के बाद, बारी आती है मिट्टी की। स्ट्रॉबेरी के पौधे के लिए सही मिट्टी का इस्तेमाल करना न सिर्फ इसकी वृद्धि में मदद करता है बल्कि स्वादिष्ट फल देने में भी मदद करता है।

स्ट्रॉबेरी के लिए हल्की, उपजाऊ और अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी का उपयोग करना चाहिए, जो पानी को सही तरीके से सोक सके। स्ट्रॉबेरी को थोड़ा अम्लीय मिट्टी पसंद होती है, जिसमें पीएच स्तर 5.5, 6.5 के बीच हो।

किस किस्म की स्ट्रॉबेरी उगाएं

स्ट्रॉबेरी की अलग-अलग किस्म आती है घर पर स्ट्रॉबेरी उगाने के लिए सही किस्म का चयन करना बहुत ही जरूरी माना जाता है, क्योंकि इससे फसल की गुणवत्ता और बढ़ोतरी पर असर पड़ता है।

बाजार में स्ट्रॉबेरी की कई किस्में पाई जाती है, जिनमें से आप अपनी जलवायु और मौसम के हिसाब से सही किस्म चुन सकते हैं। अगर आप ठंड में स्ट्रॉबेरी उगाना चाहते हैं तो डे न्यूट्रल किस्में बेहतर रहेगी।

पर्याप्त सूरज की रोशनी दें

स्ट्रॉबेरी के पौधे की अच्छी ग्रोथ के लिए सूरज की रोशनी बहुत जरूरी होती है। इसलिए स्ट्रॉबेरी के पौधे को ऐसी जगह पर रखें जहां उसे पर्याप्त सूरज की रोशनी मिल सके।

ऐसे उगाएं स्ट्रॉबेरी का पौधा

  • अगर आप बीजों से स्ट्रॉबेरी का पौधा उगाना चाहते हैं, तो बीजों को तीन-चार सप्ताह पहले नर्सरी ट्रे में अंकुरित करें।
  • अगर आप डायरेक्ट नर्सरी से लाए हुए पौधों से ही उगाना चाहते हैं, तो उनकी जड़ों को साफ और स्वस्थ जरूर जांचें।
  • गमले में मिट्टी भरने से पहले नीचे छोटे-छोटे कंकर या पत्थर रखें ताकि पानी अच्छे से निकल सकें। फिर एक-दो इंच मिट्टी डालें और हल्के से दबाएं।
  • अगर आप बड़े गमले में एक साथ ही दो या तीन पौधे लगा रहे हैं, तो पौधों के बीच कम से कम 6 से 8 इंच की दूरी रखें। पौधे के चारों ओर मिट्टी को हल्के हाथों से दबाएं और तुरंत पानी दें, ताकि जड़ें सही ढंग से सेट हो जाए।

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Bhawna Choubey

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इस रंगीन दुनिया में खबरों का अपना अलग ही रंग होता है। यह रंग इतना चमकदार होता है कि सभी की आंखें खोल देता है। यह कहना बिल्कुल गलत नहीं होगा कि कलम में बहुत ताकत होती है। इसी ताकत को बरकरार रखने के लिए मैं हर रोज पत्रकारिता के नए-नए पहलुओं को समझती और सीखती हूं। मैंने श्री वैष्णव इंस्टिट्यूट ऑफ़ जर्नलिज्म एंड मास कम्युनिकेशन इंदौर से बीए स्नातक किया है। अपनी रुचि को आगे बढ़ाते हुए, मैं अब DAVV यूनिवर्सिटी में इसी विषय में स्नातकोत्तर कर रही हूं। पत्रकारिता का यह सफर अभी शुरू हुआ है, लेकिन मैं इसमें आगे बढ़ने के लिए उत्सुक हूं।मुझे कंटेंट राइटिंग, कॉपी राइटिंग और वॉइस ओवर का अच्छा ज्ञान है। मुझे मनोरंजन, जीवनशैली और धर्म जैसे विषयों पर लिखना अच्छा लगता है। मेरा मानना है कि पत्रकारिता समाज का दर्पण है। यह समाज को सच दिखाने और लोगों को जागरूक करने का एक महत्वपूर्ण माध्यम है। मैं अपनी लेखनी के माध्यम से समाज में सकारात्मक बदलाव लाने का प्रयास करूंगी।

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