Plant Care: गुड़हल के फूल अपने खूबसूरती और खास महक के लिए मशहूर है जिन्हें लोग अपनी बगिया में मिला हुआ देखना बहुत पसंद करते हैं। यह फूलना केवल बगीचे की शोभा बढ़ाते हैं बल्कि धार्मिक और औषधीय उपयोग में भी काम आते हैं।
हालांकि, सही देखभाल की कमी के कारण कई बार गुड़हल के पौधे मुरझाने लगते हैं। इनकी अच्छी वृद्धि के लिए नियमित पानी उचित धूप और सही खाद का ध्यान रखना जरूरी होता है। सही देखभाल से गुड़हल के पौधे पूरे साल हरे भरे और फूलों से लदे रहते हैं। आज हम आपके लेख के द्वारा बताएंगे कि आप अपने गुड़हल के पौधों की देखभाल किस तरह कर सकते हैं।
केले और प्याज के छिलकों से बनी खाद
पौधों की बेहतर वृद्धि और सुरक्षा के लिए घर पर ही एक प्राकृतिक खाद तैयार की जा सकती है। आधा लीटर पानी में केले और प्याज के छिलके डालें जिससे पौधों को पोषण मिल सके। इसके बाद नीम की कुछ पत्तियों से रस निकालकर उसमें एक चम्मच नीम का रस मिलाएं, जो कीटों और फंगस से बचाने में मदद करता है। इसमें आधा लीटर चावल का पानी और आधी चम्मच इस्तेमाल की हुई चाय पत्ती मिलाएं। यह मिश्रण पौधों के लिए एक प्रभावी जैविक खाद बनाता है, जो उन्हें स्वस्थ और हरा भरा बनाए रखने में मदद करता है।
इस तरह करें तैयार
इसके बाद इस बर्तन को ढककर किसी अंधेरी जगह पर 5 दिनों के लिए रख दें। कुछ दिनों के बाद यह मिश्रण खाद के रूप में तैयार हो जाएगा। अब आपको इस लिक्विड को छानकर अलग कर लेना है। इस तैयार खाद को आप अपने गुड़हल के पौधे में डाल सकते हैं। इसके लिए सबसे पहले पौधे की जड़ों के पास की मिट्टी को हल्का सा खोदकर ढीला कर लें। इस लिक्विड को धीरे-धीरे पौधों के पास डालें। इससे पौधे को जरूरी पोषण मिलेगा और वह स्वस्थ और हरे भरे रहेंगे।
इस तरह करें स्प्रे तैयार
गुड़हल के पौधों की सुरक्षा और अच्छी वृद्धि के लिए एक आसान और प्रभावी स्प्रे तैयार किया जा सकता है। इसके लिए एक लीटर पानी में दो-तीन बूंद नीम का तेल कोको पाउडर चावल का पानी और केले का पानी मिलाएं। इस मिश्रण को बोतल में भरकर हर तीन दिन में गुड़हल के पत्तियों पर स्प्रे करें। यह स्प्रे पौधों को बॉक्स और छोटे कीड़ों से बचाता है, जिससे वह पौधों में अपना घर नहीं बना पाते हैं और पौधों को नुकसान नहीं होता है। केले के छिलके में मौजूद पोटैशियम पौधों को जरूरी पोषक तत्व प्रदान करता है, जबकि चावल का पानी भी पौधों के लिए बहुत फायदेमंद होता है, जिससे उनकी वृद्धि और सेहत बेहतर होती है।