Planting Tips: घर की खूबसूरती बढ़ाने के लिए लोग तरह-तरह के उपाय अपनाते हैं। उन्हीं में से एक है फूलों वाले पौधे। ये न सिर्फ रंगों से वातावरण को खुशनुमा बनाते हैं, बल्कि हवा को शुद्ध भी रखते हैं। अगर आप अपने घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार करना चाहते हैं, तो गुलाबी रंग के फूलों वाले पौधे आपके लिए बेहतरीन विकल्प हो सकते हैं। गुलाबी रंग प्रेम, खुशी और शांति का प्रतीक माना जाता है, इसलिए ये पौधे आपके घर में न केवल सजावट का काम करेंगे बल्कि सकारात्मक माहौल भी बनाएंगे। आइए, जानें कुछ ऐसे ही खास इनडोर प्लांट्स के बारे में, जो आपके घर में चार चांद लगा देंगे।
घर की शोभा बढ़ाएंगे ये सुंदर 3 पिंक फ्लावर प्लांट्स
1. गुलाब
गुलाब को खूबसूरती की रानी यूँ ही नहीं कहा जाता। यह प्यार और खूबसूरती का प्रतीक माना जाता है। वैसे तो गुलाब कई रंगों में आता है, लेकिन घर के लिए गुलाबी रंग के गुलाब एक बेहतरीन चुनाव हैं। गुलाब की कई किस्में कटाई के लिए उगाई जाती हैं, वहीं कुछ किस्में ऐसी भी होती हैं जिन्हें छोटे गमलों में लगाकर घर के अंदर रखा जा सकता है।
इन गुलाबों को ऐसी जगह पर रखें जहां दिन में कम से कम 4-6 घंटे सुबह की हल्की धूप मिलती हो। मिट्टी को छूने पर थोड़ी सूखी लगे तो ही पानी दें। अधिक पानी देने से जड़ें सड़ सकती हैं। गमले में जल निकास के छेद होना बहुत जरूरी है ताकि अतिरिक्त पानी निकल सके। हवा के संचार के लिए गुलाब के पौधे को कभी भी दीवार के बिल्कुल पास न रखें।
2. डेज़ी
डेज़ी एक छोटा, खुशहाल फूल है जिसमें सफेद या गुलाबी रंग की पंखुड़ियाँ और पीला केंद्र होता है। यह मासूमियत और खुशी का प्रतीक है। डेज़ी की खास बात यह है कि इसे सीधी धूप की ज़रूरत नहीं होती। इसलिए, आप इसे अपने घर के उन कोनों में रख सकते हैं जहां रोशनी कम आती है, जैसे कि बाथरूम या नॉर्थ-ईस्ट फेसिंग विंडो के पास। डेज़ी की देखभाल करना बहुत आसान है। बस इस बात का ध्यान रखें कि मिट्टी को थोड़ा नम रखा जाए, लेकिन गीली न होने दें।
3. पेटुनिया
इनडोर पेटुनिया फ़नल के आकार के फूलों वाला एक खूबसूरत पौधा होता है। यह कई रंगों में आता है, जिनमें गुलाबी रंगों की भरपूर वैरायटी शामिल है। ये बालकनी या खिड़की पर टांगने के लिए बेहतरीन हैं। पेटुनिया आपके घर में ना सिर्फ रंग भरेंगे बल्कि झरने जैसे लगेंगे।
पेटुनिया को नियमित रूप से पानी देने की आवश्यकता होती है। गमले में अच्छी जल निकास वाली मिट्टी का होना ज़रूरी है। हर दो हफ्ते में हल्की मात्रा में खाद डालें। मुरझाए हुए फूलों को लगातार हटाते रहने से नए फूल ज्यादा निकलते हैं।