Psychological facts related to love : प्यार वो जज्बात है जो ज़िंदगी में रंग घोल देता है। प्यार में मुब्तिला शख्स को सारी दुनिया हसीन लगती है। हम सभी कभी न कभी इस भाव को महसूस कर चुके हैं और जानते हैं कि ये कितना अहम है। लेकिन प्यार को लेकर मनोविज्ञान क्या कहता है। इस सवाल के सैंकड़ों जवाब है क्योंकि मनोविज्ञान में प्यार को लेकर कई तरह की रिसर्च हुई हैं। आज हम आपको इस सुंदर भावना से जुड़े कुछ रोचक मनोवैज्ञानिक तथ्य बताने जा रहे हैं।
प्यार से जुड़े मनोवैज्ञानिक तथ्य
- कहा जाता है opposite attracts..इस बात को मनोविज्ञान भी स्वीकारता है। एक रिसर्च के मुताबिक विपरीत स्वभाव और आदतों वाले लोगों के बीच प्यार लंबे समय तक टिकता है। वहीं समान स्वभाव वालों के बीच उनकी अपेक्षा इसके टिकने की संभावना कम होती है।
- ज्यादा बोलने वाली लड़कियों और कम बोलने वाले लड़कों के बीच बहुत गहरा प्रेम होता है। इनका रिश्ता बहुत प्रेमिल होने के साथ मज़ेदार भी होता है। आपने फिल्म जब वी मेट तो देखी ही होगी, उसे इसी रिसर्च से उपजे एक तथ्य के रूप में देखा जा सकता है।
- मनोविज्ञान के मुताबिक जब भी आप कहीं प्यार से संबंधित कोई चीज, स्थान आदि देखते हैं तो आपके मन में अपने प्रिय की तस्वीर बनने लग जाती है।
- ज्यादातर लोग अपने जीवन का 8 प्रतिशत समय अपने प्रिय व्यक्ति के साथ बिताते हैं।
- एक शोध के मुताबिक अगर दो प्यार करने वाले लोग 3 मिनट लगातार एक दूसरे की आंखों में देखें तो उनके दिल की धड़कन एक साथ चलने लग जाती है।
- लड़की अपने प्रेमी को हमेशा अपने घरवालों या दोस्तों से मिलवाने को उत्सुक रहती है। लेकिन लड़कों के साथ ऐसा नहीं है। वो जिससे प्रेम करते हैं, उसे जल्दी अपने घरवालों से मिलवाने में उनकी विशेष उत्सुकता नहीं होती।
- एक रिसर्च के अनुसार दुनिया में लगभग 38 प्रतिशत ऐसे लोग हैं जिन्हें जीवनसाथी नहीं मिल पाएगा या जो किसी भी जीवनसाथी के साथ खुश नहीं रह पाएंगे।
- आप जिससे प्यार करते हैं उसके सामने जल्दी भावुक हो जाते हैं। बात फिर चाहे खुशी की हो या दुख की, लेकिन उसके सामने आप जल्दी इमोशनल हो जाते हैं।
- अगर आप किसी से प्यार करते हैं और उसे अनदेखा करने की कोशिश करते हैं तो उसके प्रति आपके आकर्षण में और इज़ाफा होगा।
- शोध से ये निष्कर्ष निकला है कि लंबे समय के बाद प्यार की प्राथमिकताएं बदल जाती हैं। शुरुआत में जहां आकर्षण, रोमांस और एडवेंचर की भावना प्रबल होती है, वहीं समय बीतने के साथ संबंधों में गंभीरता अधिक आ जाती है।
(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)