Skin Care Tips: इन दिनों दही का इस्तेमाल करना स्किन के लिए काफी फायदेमंद हो सकता है। दही में लैक्टिक एसिड पाया जाता है, जिससे आपकी स्किन मुलायम और चमकदार बनती है लेकिन, क्या आप जानते हैं कि दही के भी कुछ साइड इफेक्ट होते है जो शायद आपकी स्किन को नुकसान पहुंचा सकते हैं। सेंसिटिव स्किन वाले लोगों को दही का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपको खुजली और रेडनेस की शिकायत हो सकती है। वहीं दही में मौजूद लैक्टिक एसिड की वजह से कुछ लोगों को एलर्जी भी हो सकती है। आइए दही के फायदे और कुछ नुकसान के बारे में जानते हैं।
स्किन करें मॉइश्र्चराइज
अगर आपकी स्किन रूखी और बेजान हो गई है तो आप दही का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल दही में कई ऐसे एलीमेंट्स पाए जाते हैं जो आपकी स्किन को मॉइश्र्चराइज करने में मदद करते हैं। गर्मियों में स्किन पर दही का इस्तेमाल करने से एक तो आपकी स्किन मॉइश्र्चराइ होगी साथ ही ये आपको ठंडक भी देगी।
एलर्जी से छुटकारा
दही में कई ऐसे एलीमेंट्स पाए जाते जिसकी वजह से आपकी स्किन से जुड़ी परेशानी दूर हो जाती है। इन्हीं में से एक है दही में पाया जाने वाला प्रोबायोटिक्स और लैक्टिक एसिडपाया, जो आपकी स्किन को प्रोटेक्ट रखने में मदद करता हैं। इसके अलावा इसे रोजाना इस्तेमाल करती हैं तो इससे आपकी स्किन से जुड़ी समस्या जैसे- खुजली, स्किन ड्रायेनेस और स्किन में चिपचिपाहट दूर हो जाएगी।
दाग-धब्बों को करें दूर
गर्मी में धूप की वजह से चेहरे पर काफी ज्यादा ब्लैक हेड्स हो जाते हैं, जिसकी वजह से आपकी स्किन ब्लैक दिखने लगती हैं। ब्लैक हेड्स दूर करने के लिए आप दही का इस्तेमाल कर सकते हैं। दरअसल, दही में मौजूद लैक्टिक एसिड आपके स्किन से ब्लैक हेड्स को दूर करने में काफी मददगार है। इसके साथ ही दही से चेहरे की झाइयां भी दूर होती हैं और आपकी स्किन पहले से ज्यादा ग्लो करने लगती है।
हो सकते है पिंपल्स
दही स्किन के लिए अच्छा होता है, लेकिन अगर आप इसे हर रोज इस्तेमाल करेंगे तो ये स्किन के लिए नुकसानदेह साबित हो सकता है। इसलिए हफ्ते में दही का इस्तेमाल सिर्फ दो बार ही करें, क्योकि रोज-रोज इसको चेहरे में लगाने से आपके स्किन में पिंपल्स की समस्या हो सकते हैं। खासतौर पर तब जब आपकी स्किन ऑयली रहती है।
(Disclaimer: यहां मुहैया सूचना सिर्फ मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। MP Breaking News किसी भी तरह की मान्यता, जानकारी की पुष्टि नहीं करता है। किसी भी जानकारी या मान्यता को अमल में लाने से पहले संबंधित विशेषज्ञ से सलाह लें।)