ये मनोवैज्ञानिक तथ्य उड़ा देंगे आपके होश, जानिए मानव स्वभाव के बारे में कमाल की बातें

Psychology

Psychological facts : मनोविज्ञान मानव मस्तिष्क, विचार, भावनाएं और व्यवहार को समझने का विज्ञान है। इसमें मानसिक प्रक्रियाओं और उनके शारीरिक और विचारात्मक प्रभावों का अध्ययन होता है। मनोविज्ञान व्यक्ति के मानसिक स्वास्थ्य, व्यक्तित्व, बुद्धिमत्ता और सामाजिक बाह्यिकता को समझने का प्रयास करता है। मनोविज्ञान में कई विभाग हैं जिसमें लंबे समय से कई तरह के अध्ययन हो रहे हैं और इनमें अनेक रोचक तथ्य निकलकर सामने आए हैं। इन्हें जानकर हम मानव व्यवहार के बारे में अपनी समझ विकसित कर सकते हैं।

मनोवैज्ञानिक तथ्य

  1. जैसे जैसे समय बीतता जा रहा है हमारे जीवन में तनाव और चिंताएं बढ़ रही हैं। आज बच्चे भी इससे अछूते नहीं। एक शोध में ये आश्चर्यजनक तथ्य निकलकर सामने आया है कि जितनी चिंता आजकल के बच्चों में हैं, 1950 में उनकी चिंता दिमागी मरीज़ों में पाई जाती थी।
  2. एक मनुष्य के तौर पर कई बातों को हमारा मन और मस्तिष्क आसानी से स्वीकार नहीं कर पाता है। उनमें से एक प्रमुख बात ये स्वीकारना है कि ‘अब हमें किसी की परवाह नहीं है’।
  3. अगर आप किसी को अपने लक्ष्य बता देंगे तो उसके पूर्ण होने की संभावना घट जाती है। ऐसा इसलिए होता है कि तब आप अपना मोटिवेशन खो देते हैं।
  4. एक रिसर्च में पता चला है कि जो लोग ज्यादा हंसते हैं, उनमें दर्द सहने की क्षमता ज्यादा होती है।
  5. हम जैसा सोचते हैं, उसका 90 फीसदी हिस्सा हमारे मूड पर असर करता है। इसीलिए कहा जाता है कि हमेशा पॉजिटिव बातें सोचनी चाहिए।
  6. किसी के बारे में कोई अच्छी बात सुनने पर उसपर विश्वास कम किया जाता है। इसकी तुलना में किसी के बारे में खराब बात सुनने पर जल्दी भरोसा हो जाता है।
  7. हमेशा कहा जाता है कि अच्छी संगत रखना चाहिए। मनोविज्ञान भी कहता है कि आप जैसे लोगों के साथ रहते हैं, उनका प्रभाव आपपर पड़ता है और आप उनकी आदते अपनाने लगते हैं।
  8. 90 प्रतिशत लोग ये सोचते हैं कि काश समय कुछ पल पीछे चला जाए।
  9. लोग दिन की बजाय रात को आसानी से रो सकते हैं।
  10. आपको ये जानकर ताज्जुब होगा, लेकिन एक रिसर्च ये बताती है कि जो लोग बहुत नाखून चबाते हैं वो बहुत परेशान होते हैं।

(डिस्क्लेमर : ये लेख विभिन्न स्त्रोतों से प्राप्त जानकारियों पर आधारित है। हम इसकी पुष्टि नहीं करते हैं।)


About Author
श्रुति कुशवाहा

श्रुति कुशवाहा

2001 में माखनलाल चतुर्वेदी राष्ट्रीय पत्रकारिता विश्वविद्यालय भोपाल से पत्रकारिता में स्नातकोत्तर (M.J, Masters of Journalism)। 2001 से 2013 तक ईटीवी हैदराबाद, सहारा न्यूज दिल्ली-भोपाल, लाइव इंडिया मुंबई में कार्य अनुभव। साहित्य पठन-पाठन में विशेष रूचि।

Other Latest News