Tips For Success: यह बात बिल्कुल सच है कि बुद्धिमान और प्रतिभाशाली लोग भी अपने जीवन में असफलता हासिल कर सकते हैं। कई बार यह समझना बहुत ही मुश्किल हो जाता है कि जिनके पास सफलता के लिए सभी आवश्यक गुण है वह कैसे अपने जीवन में असफल हो सकते हैं। आमतौर पर ऐसा देखा जाता है कि तेज दिमाग को एक खजाना माना जाता है। हम बचपन से ही अपने स्कूल के दिनों से देखते आए हैं कि जिस भी बच्चे या व्यक्ति का दिमाग तेज होता है लोग उसकी खूब प्रशंसा करते हैं और इस बात का अंदाजा लगाते हैं कि यह अपने जीवन में आगे जाकर बहुत तरक्की और सफलता प्राप्त करेगा।
लेकिन जैसे-जैसे जीवन की गाड़ी आगे बढ़ती जाती है, वैसे-वैसे हम देखते हैं कि कभी-कभी तेज दिमाग वाले लोग भी पिछड़ जाते हैं, और जिन्हें हम बचपन या अपने स्कूल दिनों में कहा करते थे कि पढ़ लिख लो तुम्हारा भला हो जाएगा या फिर तुम्हारा दिमाग तेज नहीं है तुम अपने जीवन में कुछ नहीं कर पाओगे वे लोग जीवन की गाड़ी में आगे बढ़ते हैं और खूब तरक्की हासिल करते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि आखिर ऐसा क्यों होता है, इसका मुख्य कारण ओवर कॉन्फिडेंस हो सकता है क्योंकि कुछ लोगों को बचपन से ही इस बात का एहसास होता है कि वह बहुत ही बुद्धिमान है और जीवन में जो चाहे वो कर सकते हैं, इसके चलते वे लोग बहुत सी चीजों को अनदेखा कर देते हैं और फिर जीवन की परीक्षा में पास नहीं हो पाते हैं। इसी के चलते आज हम आपको इस लेख के द्वारा ऐसे कई कारण बताने जा रहे हैं जिस वजह से बुद्धिमान लोग भी जीवन में असफलता प्राप्त करते हैं, तो चलिए जानते हैं।
बुद्धिमान लोगों की असफलता के पीछे क्या कारण हो सकते हैं
अहंकार की भावना
बुद्धिमान लोगों में अक्सर अहंकार की भावना होती है। उन्हें अपनी बुद्धि पर इतना भरोसा होता है कि वह दूसरों की सलाह या मदद को स्वीकार करने से इनकार कर देते हैं। उन्हें इस बात का बचपन से घमंड होता है कि वह बुद्धिमान है और जीवन में जो चाहे वह कर सकते हैं। यह उन्हें गलत निर्णय लेने और गलतियों को दोहराने के लिए प्रेरित कर सकता है। इसलिए न सिर्फ बुद्धिमान बल्कि किसी को भी अपने जीवन में अहंकार की भावना नहीं रखनी चाहिए। अहंकार की भावना हमें कब बर्बाद कर देती है हमें पता ही नहीं चलता है।
दूसरों से सीखना नहीं चाहते
अक्सर हम अपने आसपास ऐसे कई लोगों को देखते हैं कि जो दूसरों की सलाह नहीं मानते हैं या दूसरों से कभी कुछ सीखना नहीं चाहते हैं सिर्फ अपने मन और अपनी बुद्धि का इस्तेमाल ही करना चाहते हैं। ऐसे लोगों का दूसरों के साथ काम करना बहुत मुश्किल हो जाता है। यह लोग हर बात का क्रेडिट खुद ही लेना चाहते हैं यह नहीं चाहते हैं कि उनके काम में किसी और का हाथ लगे और वह क्रेडिट ले। इस वजह से भी बुद्धिमान लोग कई बार असफल हो जाते हैं।
ओवर कॉन्फिडेंस और आलस
अक्सर बुद्धिमान लोग अपनी बुद्धि पर इतना ज्यादा भरोसा रखते हैं कि वह अपने जीवन में कड़ी मेहनत करने से बचते रहते हैं। उन्हें हमेशा इस बात का एहसास होता है कि वे लोग बुद्धिमान है ऐसे में उनके साथ जो जोग अच्छा ही होगा। उदाहरण के लिए जैसे एक मेधावी छात्र अपनी पढ़ाई में लापरवाही कर सकता है क्योंकि उसे हमेशा ऐसा लगता है कि वह परीक्षा में आसानी से उत्तीर्ण हो जाएगा जिसके परिणाम स्वरुप वह परीक्षा में असफल हो सकता है।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।