Tulsi Best Direction : कभी भी घर की इस दिशा में नहीं लगाना चाहिए तुलसी, वरना हो सकते है ये नुकसान

Published on -
Tulsi Best Direction

Tulsi Best Direction : सनातन धर्म में तुलसी के पौधे (Tulsi Plant) का काफी ज्यादा महत्त्व बताया गया है। इस पौधे को दैवीय गुणों वाला माना जाता है। कहा जाता है कि इसमें मां लक्ष्मी (Maa Lakshmi) और भगवान विष्णु (Lord Vishnu) का वास होता है। ऐसे में घर में तुलसी का पौधा लगाने से घर में धन में वृद्धि और सुख समृद्धि बनी रहती है। इतना ही नहीं तुलसी के पौधे को घर में लगाने से घर में सकारात्मक ऊर्जा आती है।

लेकिन कई बार लोग तुलसी के पौधे को गलत दिशा में लगा लेते है जिससे उन्हें नुकसान झेलना पड़ता है। अगर आपने भी घर में गलत दिशा में तुलसी का पौधा लगा रखा है तो आज ही सावधान हो जाइए। आज हम आपको तुलसी के पौधे को सही दिशा में लगाने के लिए सही दिशा और तुलसी से जुड़े कुछ नियमों के बारे में बताने जा रहे है तो चलिए जानते है –

Guru Purnima 2022 : इस बार 5 राज योग में होगा गुरु पूर्णिमा पर गुरु पूजन, जरूर करें ये काम

आपको बता दे, तुलसी के पौधे को गलत दिशा में लगा दिया जाए तो ये सौभाग्य को दुर्भाग्य में बदल सकता है। साथ ही इस वजह से पूरा परिवार संकट में पड़ सकता है। इस लिए आपको सावधानियां बरतनी बेहद जरुरी है।

इस दिशा में लगाए तुलसी का पौधा –

वास्तु शास्त्र (Vastu Shastra) के अनुसार, वास्तु के मुताबिक घर में दक्षिण दिशा में तुलसी का पौधा लगाना अशुभ माना गया है। क्योंकि इस दिशा का संबंध पितरों से होता है इस वजह से इस दिशा में कभी भी तुलसी का पौधा नहीं लगाना चाहिए। वरना आपको काफी ज्यादा परेशानियों का सामना करना पड़ सकता है।

सही दिशा –

आपको हमेशा तुलसी के पौधे को पूर्व दिशा में लगाना चाहिए ये बेहद शुभ माना गया है। साथ ही तुलसी के पौधे को उत्तर-पूर्व या उत्तर की दिशा में भी रखा जा सकता है। ऐसा करने से घर में सकारात्मकता रहती है। साथ ही मां लक्ष्मी की भी कृपा हमेशा बनी रहती है।

  • नियम –

    तुलसी के पौधे के साथ कोई दूसरा पौधा नहीं लगाना चाहिए।

  • क्योंकि तुलसी के पौधे के साथ अन्य पौधों का उगना अशुभ माना गया है।
  • आपको रोजाना तुलसी की पूजा करनी चाहिए। ऐसा करने से घर में सुख शांति बनी रहती है।
  • खास बात का ध्यान आपको ये रखना है कि एकादशी, सूर्यग्रहण और चंद्रग्रहण के दिन तुलसी का पत्ता नहीं तोड़े।
  • साथ ही रविवार के दिन तुलसी में पानी नहीं चढ़ाए। क्योंकि माता तुलसी भगवान विष्णु के लिए इस दिन निर्जला व्रत रखती थी

 


About Author

Ayushi Jain

मुझे यह कहने की ज़रूरत नहीं है कि अपने आसपास की चीज़ों, घटनाओं और लोगों के बारे में ताज़ा जानकारी रखना मनुष्य का सहज स्वभाव है। उसमें जिज्ञासा का भाव बहुत प्रबल होता है। यही जिज्ञासा समाचार और व्यापक अर्थ में पत्रकारिता का मूल तत्त्व है। मुझे गर्व है मैं एक पत्रकार हूं।मैं पत्रकारिता में 4 वर्षों से सक्रिय हूं। मुझे डिजिटल मीडिया से लेकर प्रिंट मीडिया तक का अनुभव है। मैं कॉपी राइटिंग, वेब कंटेंट राइटिंग, कंटेंट क्यूरेशन, और कॉपी टाइपिंग में कुशल हूं। मैं वास्तविक समय की खबरों को कवर करने और उन्हें प्रस्तुत करने में उत्कृष्ट। मैं दैनिक अपडेट, मनोरंजन और जीवनशैली से संबंधित विभिन्न विषयों पर लिखना जानती हूं। मैने माखनलाल चतुर्वेदी यूनिवर्सिटी से बीएससी इलेक्ट्रॉनिक मीडिया में ग्रेजुएशन किया है। वहीं पोस्ट ग्रेजुएशन एमए विज्ञापन और जनसंपर्क में किया है।

Other Latest News