नई दिल्ली , डेस्क रिपोर्ट । भारत में कई त्योहार मौसम के अनुरूप मनाए जाते हैं। ऐसा ही एक त्योहार बसंत पंचमी है, जो वसंत या वसंत ऋतु आने पर मनाया जाता है । हिंदू पंचांग के मुताबिक इस साल बसंत पंचमी माघ महीने की पंचमी तिथि को पूरे उत्तर भारत में धूम -धाम से मनाया जाता है । इस बार यह पर्व 5 फरवरी को मनाया जाएगा।
बसंत पंचमी होली के त्योहार की शुरुआत के रूप में मनाया जाता है, जो आमतौर पर मार्च में 40 दिनों के बाद मनाया जाता है। पंचमी पर वसंत उत्सव वसंत ऋतु से 40 दिन पहले मनाया जाता है। वसंत ऋतु का समय साल के सुंदर मौसमों में से एक है , जिस दौराम मौसम पूरी तरह से खिल जाता है। हिंदी भाषा में ‘बसंत’ का मतलब वसंत और ‘पंचमी’ का मतलब पांचवां दिन होता है।
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इस दिन देवी सरस्वती पूजा के रूप में भी मनाया जाता है, जो संगीत, ज्ञान, कला और ज्ञान की देवी के रूप में पूजी जाती हैं । शस्त्रों और पुराणों के अनुसार माना जाता है कि इस दिन देवी का जन्म हुआ था, और इस तरह, लोग पूजा का आयोजन करते हैं, खिचड़ी भोग, पुष्पांजलि देते हैं, और सरसों के फूलों के खेतों को चिह्नित करने के लिए पीला रंग भी पहनते हैं । पीला रंग देवी सरस्वती का पसंदीदा रंग भी कहा जाता है। पूजा पूरी होने के बाद, बच्चे और छात्र भी देवी से आशीर्वाद लेते हैं, ज्ञान के लिए प्रार्थना करते हैं। इस अवसर पर लोग पतंग भी उड़ाते हैं, और शुभ दिन मनाने के लिए सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी कई जगहों पर मनाया जाता है ।