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Sun, Dec 21, 2025

किताब पढ़ते ही क्यों आने लगती है नींद? जानें इसके पीछे का कारण

Written by:Bhawna Choubey
Published:
कई लोगों को किताब पढ़ते ही आलस महसूस होने लगता है और कुछ ही देर में नींद घेर लेती है. यह समस्या आम है, चाहे आप पढ़ाई कर रहे हों या कोई कहानी की किताब.
किताब पढ़ते ही क्यों आने लगती है नींद? जानें इसके पीछे का कारण

आपने भी अक्सर कई लोगों को देखा होगा या फिर ऐसा महसूस किया होगा, जब कभी भी किताब पढ़ने लगते हैं, तो अचानक तेज नींद आने लगती है. कई लोगों को मोबाइल और वीडियो देखने पर भी गहरी नींद आने लगती है, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि आख़िर ऐसा क्यों होता है, यह समस्या न सिर्फ़ बच्चे बल्कि बड़ों में भी देखने को मिलती है. ज़्यादातर यह समस्या किताब पढ़ने के दौरान देखने को मिलती है, आज हम इस आर्टिकल में इसका कारण जानेंगे और विस्तार से समझेंगे कि आख़िर ऐसा क्यों होता है.

छोटे अक्षर (Feel Sleepy while reading?)

किताबों में लिखे अक्षर बहुत छोटे-छोटे होते हैं, जिस वजह से हमें उन्हें पढ़ने के लिए आँखों पर ज़ोर डालना पड़ता है, ऐसे में हमारी आंखें थक जाती है, और बार-बार बंद होने लगती है. किताब पढ़ने से आँखों को थकान महसूस होती है, इसी वजह से हमें सोने का सिगनल मिलता है.

किताब पढ़ते हुए थकान महसूस क्यों होती है?

अक्सर देखा जाता है कि लोग बिस्तर पर बैठकर या फिर लेटकर किताब पढ़ते हैं, जिस वजह से भी आलस आता है और सोने का मन करता है. किताब पढ़ने के दौरान हमारा दिमाग़ और ऑंखें एक ही जगह पर फ़ोकस करने पर मजबूर हो जाती है, और एक जैसी ही लाइन और पेज हमें बार बार नज़र आते हैं, जिस वजह से भी आँखों को आराम की आवश्यकता होती है.

पढ़ते-पढ़ते नींद आने की यह भी वजह

अब बहुत लोगों के मन में यह सवाल उठ रहा होगा कि हम न तो किताब लेटकर पड़ते हैं, न अपने बिस्तर पर बैठकर फिर भी हमें नींद क्यों आती है, ऐसा इसलिए होता है क्योंकि कई बार हम जो किताबों पढ़ रहे है, वह हमारे इंटरेस्ट की नहीं होती है, किताब में लिखा गया कंटेंट हमें पसंद नहीं आता है, यही कारण है कि हमें कई बार टेबल पर बैठकर भी किताब पढ़ने के दौरान नींद आती है.