धूल-मिट्टी में खेलना बच्चों के लिए क्यों है फायदेमंद, जानें

Amit Sengar
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जीवनशैली,डेस्क रिपोर्ट। बच्चों (children) के स्वास्थ्य को लेकर असुरक्षा महसूस करने वाले माता-पिता उन्हें मिट्टी में खेलने से रोकते हैं लेकिन कई रिसर्च में पाया गया है की मिट्टी में अच्छे बैक्टीरिया होते हैं जो शरीर की इम्युनिटी को बढ़ाते हैं, और उनके विकास के लिए भी जरूरी है।

यह कहती है रिसर्च
ब्रिस्टल और शिकागो यूनिवर्सिटीज की अलग-अलग रिसर्च में यह बात सामने आई है कि मिट्टी में माइक्रोस्कोपिक बैक्टीरिया होते हैं, जो बच्चों के इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं। इससे एलर्जी, हाईबीपी एवं संबंधित रोगों की आशंका कम होती है।

अगर व्यवहार विशेषज्ञों की मानें तो इससे बच्चों में जमीनी जुड़ाव के साथ ही प्रकृति व जीवों के प्रति अपनापन का भाव आता है वे तनाव प्रबंधन सीखते हैं रचनात्मकता का गुण व मानसिकता भी मजबूत होती हैं।

इन बातों का ध्यान रखें
>> बच्चों के पूर्ण स्वास्थ्य के नजरिए से सही तो है, लेकिन हेल्थ नियमित मॉनिटर करें।
>> मिट्टी व कीचड़ उनके पेट में ना जाए।
>> हाथ पैरों के नाखून छोटे एवं एकदम साफ होने चाहिए। मिट्टी दूषित न हो।
>> खेलने के बाद और अच्छे से नहलाएं।
>> प्रदूषित क्षेत्रों की मिट्टी में न खेलने दें।
>> खुले वातावरण में ही खेलने दें।
>> कपड़े गंदे होने पर तुरंत बदल दें, साथ ही कपड़े गीले न रहे।
>> मिट्टी खाने की आदत ना पड़ने दें, साथ ही उसका ध्यान रखें।

टीके लगवाना अनिवार्य
इसके साथ ही बच्चों के सभी टीके निर्धारित समय पर लगने अनिवार्य हैं। साथ ही हाइजीन भी जरूरी है, कोई समस्या है तो डॉक्टरी सलाह जरूर लें।

*Disclaimer :- यहाँ दी गई जानकारी अलग अलग जगह से जुटाई गई एक सामान्य जानकारी है। MPBreakingnews इसकी पुष्टि नहीं करता है।


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मुझे अपने आप पर गर्व है कि में एक पत्रकार हूँ। क्योंकि पत्रकार होना अपने आप में कलाकार, चिंतक, लेखक या जन-हित में काम करने वाले वकील जैसा होता है। पत्रकार कोई कारोबारी, व्यापारी या राजनेता नहीं होता है वह व्यापक जनता की भलाई के सरोकारों से संचालित होता है।वहीं हेनरी ल्यूस ने कहा है कि “मैं जर्नलिस्ट बना ताकि दुनिया के दिल के अधिक करीब रहूं।”

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