Yoga: आजकल की इस भागदौड़ भरी जिंदगी में हर कोई तनाव से ग्रस्त रहता है। कोई काम में परेशान रहता है तो कोई पढ़ाई में परेशान रहता है। ऐसे में मन को एकाग्र करना बहुत ही जरूरी होता है। अगर आप भी अपनी जिंदगी में तनाव महसूस करते हैं तो ऐसे में कुछ आसन योगासन को रोजाना करना न सिर्फ शरीर को संतुलित रखता है बल्कि मन को भी स्थिर रखता है। इन योगासन को करने से एकाग्रता में बढ़ोतरी होती है। काम में मन लगता है और दिन भर खुशनमा महसूस होता है। इसी के साथ चलिए जान लेते हैं कि वह कौन-कौन से योगासन है जो स्टूडेंट हो या वर्किंग सभी को रोज करने चाहिए।
कौन-कौन से योगासन करें
1. वृक्षासन
वृक्षासन एकाग्रता और संतुलन को बेहतर बनाने के लिए एक बेहतरीन आसन है। यह मुद्रा रीढ़ की हड्डी को मजबूत करने और पैरों की मांसपेशियों को टोन करने में भी मदद करती है।
कैसे करें
1. अपने पैरों को कूल्हे-चौड़ाई से अलग करके खड़े हो जाएं।
2. अपनी बाहों को अपनी तरफ रखें।
3. अपने दाहिने पैर को अपनी बाईं जांघ के अंदर की ओर मोड़ें और इसे अपने घुटने के पास रखें।
4. अपने बाएं पैर को जमीन पर सपाट रखें और अपने संतुलन को बनाए रखने के लिए अपनी बाहों को ऊपर उठाएं।
5. कुछ गहरी सांसें लें और फिर दूसरी तरफ दोहराएं।
2. ताड़ासन
ताड़ासन पूरे शरीर को मजबूत करने और संतुलन में सुधार करने के लिए एक उत्कृष्ट आसन है। यह मुद्रा रीढ़ की हड्डी को सीधा करने और मुद्रा में सुधार करने में भी मदद करती है।
कैसे करें
1. अपने पैरों को कूल्हे-चौड़ाई से अलग करके खड़े हो जाएं।
2. अपनी बाहों को अपनी तरफ रखें और अपनी रीढ़ को सीधा रखें।
3. अपने पैरों की मांसपेशियों को संलग्न करें और अपने घुटनों को थोड़ा मोड़ें।
4. अपनी बाहों को ऊपर उठाएं और अपनी हथेलियों को एक साथ लाएं।
5. कुछ गहरी सांसें लें और फिर आराम करें।
3. वीरासन
वीरासन कूल्हों, घुटनों और टखनों को खोलने के लिए एक बेहतरीन आसन है। यह मुद्रा पाचन में सुधार करने और तनाव को कम करने में भी मदद करती है।
कैसे करें
1. अपने घुटनों को मोड़कर और अपने पैरों को सपाट रखकर फर्श पर बैठ जाएं।
2. अपनी जांघों को एक साथ लाएं और अपनी रीढ़ को सीधा रखें।
3. अपने हाथों को अपनी जांघों पर रखें या अपनी गोद में रखें।
4. कुछ गहरी सांसें लें और फिर आराम करें।
4. नटराजासन
नटराजासन एक चुनौतीपूर्ण आसन है जो संतुलन, एकाग्रता और समन्वय को बेहतर बनाने में मदद करता है। यह मुद्रा कूल्हों, जांघों और हैमस्ट्रिंग को खोलने में भी मदद करती है।
कैसे करें
1. वृक्षासन की स्थिति में खड़े हो जाएं।
2. अपने दाहिने पैर को पीछे उठाएं और अपने घुटने को मोड़ें।
3. अपने बाएं हाथ को अपनी तरफ रखें और अपने दाहिने हाथ को ऊपर उठाएं।
4. अपने संतुलन को बनाए रखने के लिए अपने कोर को संलग्न करें।
5. कुछ गहरी सांसें लें और फिर दूसरी तरफ दोहराएं।
Disclaimer- यहां दी गई सूचना सामान्य जानकारी के आधार पर बताई गई है। इनके सत्य और सटीक होने का दावा MP Breaking News नहीं करता।